हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में भारी बारिश ने रोके एचआरटीसी बसों के पहिए, 800 रूट प्रभावित

Shantanu Roy
21 Aug 2022 6:21 AM GMT
हिमाचल में भारी बारिश ने रोके एचआरटीसी बसों के पहिए, 800 रूट प्रभावित
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बड़ी खबर
शिमला। हिमाचल में हुई भारी बारिश से एचआरटीसी बसों के पहिए थम गए हैं। प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन के कारण प्रदेश में कई सड़कों पर यातायात बंद हो गया है। यातायात बंद होने के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क मार्ग बंद होने से एचआरटीसी के 800 से ज्यादा रूट प्रदेशभर में बंद हैं। निगम अधिकारियों संबंधित डीएम व आरएम को मार्गों की स्थिति के अनुसार बसों को रूट पर भेजने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार प्रदेश के 3 जिलों में सबसे ज्यादा बस रूट प्रभावित हुए हैं। कांगड़ा, मंडी और चम्बा जिलों में सबसे ज्यादा बस रूट प्रभावित हुए हैं। इन जिलों में ज्यादातर बसें नहीं चल पाई हैं। जो बसें चलाई गई थीं वे आधे रूट तक ही चल पाई हैं। लोकल रूटों के साथ-साथ लाॅन्ग रूटों पर भी बस सेवा बाधित हुई है।
एचआरटीसी का धर्मपुर डिपो फ्लेश फ्लड की जद्द में आया
प्रबंधन का कहना है कि भूस्खलन व बाढ़ को देखते हुए बाहरी राज्यों के लिए जाने वाले ज्यादातर रूटों को आधे रास्ते से ही संचालित करना पड़ा। जब तक प्रदेश में मौसम व सड़कों की हालात में सुधार नहीं होता है तब तक प्रदेश के कई रूटों पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मंडी जिला में एचआरटीसी का धर्मपुर डिपो भी फ्लेश फ्लड की जद्द में आ गया था। इसके कारण एचआरटीसी की कोई भी बस धर्मपुर डिपो से नहीं चल पाई है। बताया जा रहा है कि धर्मपुर डिपो में एचआरटीसी को नुक्सान भी उठाना पड़ा है। प्रदेश के सैंकड़ों रूटों पर बस सेवा बंद होने के कारण जहां एचआरटीसी को लाखों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ा, वहीं आम जनता को भी परेशानियों से दो चार होना पड़ा है।
बस चालक-परिचालकों को एडवाइजरी जारी
आने वाले दिनों में मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। प्रदेश में 24 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर यैलो अलर्ट जारी किया गया है, ऐसे में एचआरटीसी प्रबंधन ने चालकों व परिचालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि अगर रूट पर चलते हुए ज्यादा बारिश हो जाए तो बस को किसी सुरक्षित स्थान पर खड़ा कर दें। रूटों पर चलने से पहले बसों के वाइपर की सही से जांच करें कि वे सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं।
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