हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में गिरी भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट जारी

Shantanu Roy
1 Jun 2023 10:07 AM GMT
हिमाचल में गिरी भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट जारी
x
ऊना। मौसम में हुई तबदीली की वजह से मई माह में दिसम्बर जैसी ठंड का एहसास हो रहा है। जिला ऊना के तापमान में भारी गिरावट आई है। मई माह में आग के गोले नहीं बल्कि बारिश की बूंदें गिर रही हैं। मंगलवार रात्रि से शुरू हुई बारिश बुधवार को भी रुक-रुक कर जारी रही। बुधवार दिन में 22 मिलीमीटर बारिश रिकाॅर्ड की गई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब मई महीने में इस प्रकार मौसम में बदलाव आया हो। मई में कुछ दिन तापमान 42.4 डिग्री सैल्सियस तक पहुंच गया था। वर्षा के बाद अब तापमान में 20 डिग्री की गिरावट आई है। बुधवार को यहां तापमान 22 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया।
बुधवार को मई माह का सबसे ठंडा दिन रहा। हैरत की बात यह है कि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 1 जून से फिर से सक्रिय होने वाला है, जिससे 4 जून तक राज्य में यैलो अलर्ट रहेगा। राज्य में मई माह में अब तक सामान्य से 84 फीसदी ज्यादा बारिश रिकाॅर्ड हुई है। मौसम विभाग के निदेशक सुरिंद्र पाल के अनुसार एक नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते 1 जून से 4 जून तक तेज गति से हवाएं चलेंगी और बारिश-ओलावृष्टि के साथ आंधी-तूफान चलने की संभावनाएं हैं। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को सुंदरगनर में 16.0, भुंतर में 19.0, कल्पा व धर्मशाला में 13.0, ऊना में 22.0, नाहन में 25.1, केलांग में 10.0, सोलन में 52.0, कांगड़ा में 15.0, मंडी में 16.0, बिलासपुर में 19.0, चंबा में 15.0, डल्हौजी में 27.0, कुफरी में 26.0, कुकुमसेरी में 4.5, नारकंडा में 27.5, रिकांगपिओ में 12.0, सेओबाग में 3.5, धौलाकुंआ में 9.5 मिलीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड की गई।
उधर, राजधानी शिमला व अन्य भागों में बुधवार सुबह से बारिश का दौर जारी रहा, वहीं ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई है। मई माह में हो रही बर्फबारी का कुल्लू-मनाली घूमने आए पर्यटकों ने भी जमकर लुत्फ उठाया। जैसे ही रोहतांग सहित मढ़ी व इसके आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर आरम्भ हुआ तो पर्यटक बर्फ के फोहों के बीच झूमते और अठखेलियां करते हुए नजर आए। वहीं मनाली शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में भी सुबह से बारिश का दौर जारी है। उधर, बर्फ के फाहों के बीच मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बुधवार को सुचारू रही। बारालाचा दर्रे में हिमपात के चलते 9 बजे तक किसी भी वाहन को नहीं भेजा गया लेकिन हिमपात की रफ्तार कम होने पर सुबह 9 बजे दारचा से सभी वाहनों को जाने की अनुमति दे दी गई। लेह की ओर से मनाली आने वाले वाहनों को दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे के बीच सरचू से आगे भेजा गया। दूसरी ओर शिंकुला दर्रे में हिमपात के चलते दारचा-जंस्कार मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद रही। लाहौल-स्पीति के एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि दारचा-शिंकुला मार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद रहा। पांगी-किलाड़ राजमार्ग सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला रहा। किन्नौर जिले की ऊंची चोटियों पर भी बुधवार सुबह हल्की बर्फबारी हुई।
जिला सोलन में सुबह से लगातार बारिश के कारण चम्बाघाट में निर्माणाधीन फोरलेन पर पहाड़ी से मलबा गिर गया। इसके बाद कुछ देर के लिए हाईवे वाहनों के लिए बंद रहा। इसके बाद वाहनों को दूसरी लेन से शिफ्ट किया गया। इसके अलावा सोलन-मीनस मार्ग पर मलबा आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है और वाहनों की आवाजाही बंद है। परवाणू से कंडाघाट तक फोरलेन पर जगह-जगह पहाड़ियों से लगातार मलबा गिर रहा है। कुमारहट्टी और धर्मपुर के बीच पट्टा मोड़ में पहाड़ी से मलबा गिरकर हाईवे पर आ गया। इस कारण यहां कुछ देर के लिए वाहनों की आवाजाही रुकी रही। बाद में मार्ग को एक ही लेन पर डायवर्ट करके खोल दिया गया। शिमला जिले के नेरवा में बारिश के चलते एक पेड़ गिरने से 3 कारों को क्षति पहुंची है। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत रुलेहड़ के गांव में भूस्खलन से विनोद कुमार का निर्माणाधीन मकान चपेट में आ गया। वहीं सोलन जिला में बड़ोग के साथ लगते नगाली में अचानक एक पेड़ चलती कार पर गिर गया। कार में 4 लोग सवार थे। इनमें 2 लड़के व 2 लड़कियां शामिल थे। गनीमत रही कि पेड़ बिजली की तारों में अटक गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
Next Story