हिमाचल प्रदेश

दो दिन भारी बारिश का अलर्ट, ये योजनाएं ठप

HARRY
9 Aug 2022 3:29 PM GMT
दो दिन भारी बारिश का अलर्ट, ये योजनाएं ठप
x

येलो अलर्ट के बीच मंगलवार को प्रदेश में मानसून कमजोर रहा। शिमला और धर्मशाला में हल्की बूंदाबांदी हुई जबकि अन्य क्षेत्रों में बादल छाए रहे। अब मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार और गुरुवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया है। जगह-जगह भूस्खलन की वजह से मंगलवार शाम तक प्रदेश भर में 41 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। 27 बिजली ट्रांसफार्मर और 34 पेयजल योजनाएं भी बंद रहीं। इससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। वहीं, 36 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने ग्रांफू-काजा हाईवे बहाल कर दिया है। छतडू और कोकसर में फंसे 57 छोटे-बड़े वाहनों को आरपार किया गया है। यहां नाले में बाढ़ आने से हाईवे का 30 मीटर हिस्सा बह गया था.

प्रदेश में जारी बारिश से मानसून सीजन के दौरान अब तक 64,023 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। जिला कुल्लू में बारिश से जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पा रहा है। सोमवार रात को हुई बारिश से लारजी-सैंज तथा सिउंड-तरमेडा सड़क मार्ग घंटों तक अवरुद्ध रहा। मंगलवार सुबह 4:00 बजे आई सेब और सब्जियों की गाड़ियां यहां फंसी रहीं। मणिकर्ण-बरशैणी मार्ग घटीगढ़ में नाले का पानी सड़क पर आने से करीब दो घंटे तक मार्ग बंद रहा। सोलन की भोजनगर पंचायत के जाबल गांव में मिट्टी धंसने से पांच भवनों में दरारें आई हैं। गोशाला को भी नुकसान पहुंचा है
जिला प्रशासन मंडी ने करसोग के लोगों को सतलुज नदी से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी है। पहाड़ों में लगातार जारी बारिश के चलते सतलुज नदी में गाद की मात्रा बढ़ गई है। ऐसे में सतलुज पर बना नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन कभी भी बंद हो सकता है। इसको देखते हुए पावर स्टेशन से अतिरिक्त पानी को छोड़े जाने का निर्णय लिया गया है। यहां से करीब 1100 क्यूसेेक अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा।
राजधानी शिमला को जोड़ने वाले राष्ट्रीय उच्च मार्ग-205 सोमवार देर रात को 11:00 बजे से मंगलवार दोपहर 12:00 बजे तक बड़े वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद रहा। टुटू चौक के समीप मोड़ पर पहाड़ी से हुए भूस्खलन और इसके साथ आए पेड़ से एनएच पूरी तरह से बंद हो गया था। पेड़ से वहां से गुजर रही बिजली की तारें और एक खंभा भी टूटा। इससे टुटू क्षेत्र में रात से बिजली आपूर्ति बंद रखनी पड़ी। रात को हुए इस भूस्खलन के बाद से इस सड़क से वाहनों की आवाजाही बंद रही। सुबह करीब नौ बजे जेसीबी और वन विभाग ने पेड़ को काटने और मलबे को हटाने का कार्य शुरू किया। तब तक टुटू से लेकर हीरानगर तक एनएच पर लंबा जाम लग गया था।
Next Story