हिमाचल प्रदेश

कोटला में पहाड़ी दरकने से आधा मार्ग ध्वस्त, दस मिनट चलते ही बंद हो रही सडक़

Shreya
11 Aug 2023 6:22 AM GMT
कोटला में पहाड़ी दरकने से आधा मार्ग ध्वस्त, दस मिनट चलते ही बंद हो रही सडक़
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कोटला: प्रदेश का सबसे महत्त्वपूर्ण पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग कई दिनों से आफत बन गया है, पर स्थानीय प्रशासन मार्ग की जरूरत के लिहाज से सक्रिय नहीं है। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन 32 मील में भारी ल्हासा गिरने के कारण नेशनल हाइवे का ब्राहल खड्ड की तरफ वाला आधा मार्ग धंस गया है तथा आधे मार्ग को खोलकर ही वाहनों की आवाजाही हो रही है। इतनी ज्यादा पहाड़ी गिर गई है कि फोरलेन कंपनी की पोकलेन मलबा हटाती है तो मात्र 10-15 मिनट के लिए मार्ग खुलता है तथा अभी दो-तीन वाहन ही निकलते हैं और दोबारा फिर से मलबा नेशनल हाइवे पर आ जाने से मार्ग बंद हो जाता है। इस कीचडऩुमा मात्र 50 से 80 मीटर मार्ग से गुजरने को ही 15 मिनट का समय लग रहा है।

तीन दिन से दर्जनों वाहन यहां टूट गए हैं। कई वाहन तो इससे गुजरने पर कीचड़ में फंसते रहे, जिनको जेसीबी से धक्का लगाकर बाहर निकाला गया। गुरुवार को सुबह सात बजे ही ल्हासा गिरने से मार्ग बंद हो गया तथा पूरी तरह से मार्ग खुल नहीं पाया। लोग पैदल ही कीचड़ से गुजरकर आर-पार होते रहे। स्कूली व कालेज छात्र-छात्राएं पैदल ही कीचड़ से गुजरकर कालेज व स्कूल पहुंचे। वाहन चालक अपनी जान को जोखिम में डालकर एक-एक करके वाहन कीचडऩुमा मार्ग से सरकते हुए गुजरे। बुधवार को भी यह मार्ग पूरा दिन बंद रहा था और गुरुवार को भी मार्ग बंद रहा। हालांकि पुलिस भी यातायात को सुचारू बनाने में जुटी रही। प्रशासन ने 32 मील-लंज मार्ग को वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है, परंतु इस मार्ग से बहुत ही कम वाहन गुजर रहे हैं। एसडीएम जवाली महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रशासन ने 32 मील-कुठेड़-लंज मार्ग को वैकल्पिक बनाया गया है। अब यह वाहन उक्त मार्ग से होकर गुजर रहे हैं। एसडीएम ने कहा कि मार्ग से मलबा हटाने में काफी दिक्कत आ रही है, क्योंकि जितना मलबा पोकलेन हटा रही है, उतना ही मलबा बाद में दोबारा गिर रहा है। -(एचडीएम)

32 मील वाला मार्ग सबके लिए फिट नहीं

प्रशासन दावा कर रहा है कि वाहनों को 32 मील से वाया रानीताल भेजने के निर्देश दे रहा है, पर यह मार्ग सबके लिए उचित नहीं है। शाहपुर या धर्मशाला से कोई वाहन अगर नूरपुर की तरफ जाना चाहे, तो उसे कितने किलोमीटर अतिरिक्त चलना पड़ेगा, इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है।

प्रशासन दिखाए पूरी सक्रियता

इस मार्ग को लगातार फिट रखने के लिए प्रशासन को अति सक्रियता दिखानी पड़ेगी। ज्यादा मशीनरी और तकनीक का सहारा लेना पड़ेगा। 24 घंटे की व्यवस्था बनानी पड़ेगी और अतिरिक्त काम करना पड़ेगा।

वाया जोल, त्रिलोकपुर, भाली भेजी जा रहा टै्रफिक

भारी बारिश होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 154 पठानकोट-मंडी 32 मील के समीप पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा नीचे आने से सात- आठ घंटे मार्ग बाधित रहा। बड़ी मशक्त के बाद गाडिय़ों योग्य रोड खोला गया तथा प्रशासनिक आदेशों के बाद आज भी एनएच के अधिकारी, कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मी मौके पर मौजूद रहे । ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए पुलिस चौकी कोटला के प्रभारी राजकुमार अपनी टीम सहित मौक पर मौजूद रहे, जिसमें राजकुमार ने बताया कि पहाड़ी से रुक-रुक कर मलबा नीचे सडक़ पर आ रहा है और जाम लगने पर ट्रैफिक को वाया जोल घटनालू एवं त्रिलोकपुर, बाड़ा व भाली से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग जब तक पहाड़ी दरकना बंद नहीं होगी, तब तक मौके पर रहेगी। उन्होंने बारिश में लोगों से सफर न करने की अपील की।

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