हिमाचल प्रदेश

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले हिमाचल के गुरुओं को राज्यपाल ने सम्मानित किए

Renuka Sahu
6 Sep 2022 1:21 AM GMT
Governor honored the Gurus of Himachal who did excellent work in the field of education
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले हिमाचल के 16 शिक्षकों को राज्य व केंद्र सरकार सम्मानित किया गया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले हिमाचल के 16 शिक्षकों को राज्य व केंद्र सरकार सम्मानित किया गया। राजभवन शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम के मौके पर 16 शिक्षकों को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सम्मानित किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे। इनमें 15 शिक्षक वे हैं, जिन्हें इस साल राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चुना गया था, जबकि कमल किशोर, जिन्हें पिछले साल राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था, उन्हें इस साल सरकार राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया। वहीं तीन शिक्षकों को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। इस दौरान राज्यपाल ने सम्मान पाने वाले सभी शिक्षकों को बधाई दी।

इन्हें मिला इनाम
शिमला के घणाहट्टी स्कूल के प्रधानाचार्य सतीश कुमार, कुपवी स्कूल के प्रवक्ता (अर्थशास्त्र) राय सिंह रावत, जिला मंडी के भंगरोटू स्कूल के डीपीई विनोद कुमार, गोहर स्कूल के डीएम चमन लाल, कांगड़ा के पलियार स्कूल के प्रवक्ता हिंदी कुलदीप सिंह, सोलन के रामपुर स्कूल के टीजीटी मेडिकल प्रदीप कुमार, सिरमौर के लाणा मियून स्कूल के टीजीटी नॉन मेडिकल निशिकांत, ऊना के बसाल स्कूल के ओटी चमन लाल, बिलासपुर के कोटला स्कूल की जेबीटी अच्छरा लता, हमीरपुर के पालविन स्कूल के जेबीटी मोहन लाल शर्मा का चयन आवेदन के आधार पर हुआ है। जिला कुल्लू के बरान स्कूल के प्रधानाचार्य गजेंद्र सिंह ठाकुर, मंडी के धरोटधार स्कूल के टीजीटी नॉन मेडिकल हरीश कुमार ठाकुर और जिला सिरमौर के सारहन स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया।
शिक्षा मंत्री क्या बोले
इस मोके पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि यह पुरस्कार हमेशा याद रहेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक का स्थान सर्वोपरि रहा है। शिक्षा दान महादान है। जिन्हें आज सम्मान मिला है, उन्होंने कोरोना महामारी में हर घर पाठशाला के माध्यम से पढ़ाया, घर-घर जाकर होमवर्क दिया। यह बड़ा उदाहरण हैं। राष्ट्र निर्माण में शिक्षक सर्वोपरि रहे हंै। उन्होंने कहा कि अब नई शिक्षा नीति शिक्षा का स्तर सुधरेगा।
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