हिमाचल प्रदेश

श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के विकास को बड़ी योजना बनाए सरकार: शांता

Shantanu Roy
26 May 2023 9:11 AM GMT
श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के विकास को बड़ी योजना बनाए सरकार: शांता
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पालमपुर। लगभग 10000 फुट की ऊंचाई पर स्थित श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के विकास को लेकर सरकार कोई बड़ी योजना बनाए ताकि यह स्थान भी मां वैष्णो देवी की तर्ज पर लोकप्रिय हो सके। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कही। शांता कुमार ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार तथा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने का प्रयत्न कर रहे हैं। ऐसे में पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के विकास को भी सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए। शांता कुमार ने संस्मरण सांझा करते हुए कहा की एक बार विदेश मंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी पालमपुर के निकट सड़क मार्ग से जा रहे थे तो उनकी दृष्टि धौलाधार पर पड़ी। बर्फ से ढके धौलाधार को वह निरंतर निहारते रहे तथा फिर कार रुकवाई तथा कुछ देर के लिए टकटकी लगाकर धौलाधार को देखते रहे, फिर बोले विदेश मंत्री के रूप में वह विश्वभर में घूमते रहते हैं परंतु बर्फ से ढके हुए पहाड़ का इतनी निकटता से ऐसा दृश्य विषय में बहुत कम है। शांता कुमार ने कहा कि कांगड़ा जनपद और पालमपुर के निकटवर्ती धौलाधार की चोटियों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। शांता कुमार ने कहा कि पालमपुर के निकट चामुंडा हिमानी मन्दिर पर्वत माला पर एक अत्यंत मनोरम धार्मिक मन्दिर स्थित है।
जन सहयोग से बहुत काम हुआ, मन्दिर बहुत ऊंचाई पर है, कठिन रास्ता है। पालमपुर की एक सामाजिक संस्था इन्साफ और उसके अध्यक्ष प्रवीण शर्मा के प्रयत्नों से अच्छा रास्ता बनाने की कोशिश हुई और अब पूरे रास्ते पर सोलर लाइट्स लगवाई जा रही हंै। हिमाचल में पहला उदाहरण था जब प्रवीण शर्मा और बाकी लोगों के प्रयत्न से एक हैलीकॉप्टर डाढ से चामुंडा हिमानी मन्दिर जाता रहा। मैं स्वयं एक बार उस हैलीकॉप्टर पर चामुंडा हिमानी मन्दिर गया, दर्शन किए और वहां खड़े होकर जो धौलाधार का अत्यंत मनोहारी दृश्य देखा। वह आज भी मेरी आंखों में बसा है। हैलीकॉप्टर का मालिक हमारे साथ था। मैंने उनसे पूछा सामने धौलाधार के उस स्थान पर क्या हैलीकॉप्टर जा सकता है। उसने कहा था हैलीपैड बनवा दीजिए मैं हैलीकॉप्टर से आपको वहां ले जाऊंगा। वह धौलाधार की सबसे ऊंची चोटी थी। श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर वर्ष 2014 में जलकर राख हो गया था। आग किन कारणों से लगी थी इसका कोई स्टीक प्रमाण नहीं मिला परंतु माना जाता है कि आसमानी बिजली गिरने से मंदिर परिसर को आग लगी थी परंतु फोरैंसिक विशेषज्ञ भी उस समय हैरान रह गए थे जब समूचा मंदिर परिसर इस अग्निकांड में जलकर राख हो गया था परंतु मां का विग्रह तथा चुनरी पूरी तरह से सुरक्षित रही थी। वर्तमान में काष्ठकोणी शैली में इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है तथा इसमें किन्नौर के मंदिरों की शैली पर मंदिर के अंदर देवदार की लकड़ी पर नक्काशी का कार्य किया जा रहा है। मंदिर तक रोप-वे ले जाने की याोजना भी हैली टैक्सी सेवा की भांति सिरे नहीं चढ़ पाई है।
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