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लैंडस्लाइड के कारण प्राचीन मंदिर ढ़हने से चार लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में बीती रात हुई बारिश से भारी नुकसान हुआ है. राज्य में पिछले 60 घंटों से बारिश का दौर जारी है. बारिश के बाद राज्य में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. वहीं, भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं. कई लोग हाईवे पर फंसे हुए हैं. प्रशासन नदी किनारे किसानों के कब्जे वाली बस्तियों को खाली करा रहा है. कुल मिलाकर चारों तरफ तबाही का मंजर है.
सोलन में बादल फटने से 7 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश के सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग लापता हैं. हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, जिससे शिमला-चंडीगढ़ मार्ग सहित कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। कंडाघाट के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ आचार्य ने कहा, "सोलन के कंडाघाट उपमंडल के जादोन गांव में बादल फटने की घटना के बाद पांच लोगों की मौत हो गई, तीन लापता हो गए और पांच को बचा लिया गया।"
भूस्खलन से मलबे में 25 श्रद्धालु दबे
वहीं, सावन सोमवार के दिन शिमला के शिव बावड़ी मंदिर में पूजा करने गए श्रद्धालु भूस्खलन के कारण फंस गए। मंदिर में 20 से 25 लोगों के दबे होने की आशंका है. अब तक 2 बच्चों समेत 4 शव बरामद किए जा चुके हैं. बाकी की तलाश जारी है. वहीं, मंडी जिले की बल्ह घाटी में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. ब्यास नदी पूरे उफान पर है. अधिकारियों के मुताबिक, कई पर्यटक फंसे हुए हैं. इस बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबा हटा रहा है. फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है.
स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित, परीक्षाएं रद्द
सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक पूरे राज्य में 800 से ज्यादा सड़कें बंद हैं. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 3-4 घंटों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा ब्यास, रंजीत सागर और सतलज नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने की चेतावनी जारी की गई है. सीएम सुक्खू ने देर शाम सभी जिलों के डीएम के साथ बैठक की. सीएम ने आज सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी हैं. इसके अलावा शिक्षा विभाग ने कई परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं. वहीं, प्रशासन ने भारी बारिश की स्थिति को देखते हुए कंट्रोल रूम स्थापित किया है. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर लोग 112 नंबर पर सूचना दे सकेंगे।
भूस्खलन के कारण बिजली गुल हो जाती है
राज्य में लगातार हो रही बारिश से सैकड़ों घर और किसानों की हजारों बीघे फसलें बर्बाद हो गईं. पिछले दो दिनों में करोड़ों रुपये की निजी और सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है. राज्य में शिमला, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर जिलों में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. शिमला, मंडी और बिलासपुर में भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हैं. कई कस्बों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. भूस्खलन के कारण बिजली व्यवस्था भी बाधित हो गई है.
7 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति नष्ट
राज्य में मानसूनी बारिश से अब तक 260 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 32 लोग लापता हैं. राज्य में अब तक 8 हजार से ज्यादा घर तबाह हो चुके हैं. वहीं, राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अब तक 7 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति नष्ट हो चुकी है.