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
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बड़ी खबर
कुल्लू। जिला कुल्लू में पैराग्लाइडिंग कोर्स के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है. इस फर्जीवाड़े में कितने लोग जुड़े हुए हैं ओर कितने पैराग्लाइडर ने नकली सर्टिफिकेट लिए है, इस बात की जांच तेज कर दी गई है. वहीं पुलिस की टीम ने भी फर्जीवाड़े मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में एक आरोपी उत्तराखंड का रहने वाला है तो वहीं दूसरा आरोपी स्थानीय है. एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने भी इस पूरे प्रकरण में अपनी अहम भूमिका निभाई है. जानकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब एक शख्स के द्वारा 30 से 35 हजार रुपए में ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने की बात अधिकारियों तक पहुंची. इसके बाद पर्वतारोहण संस्थान की टीम ने उस व्यक्ति को दबोच लिया और कुल्लू के एसडीएम विकास शुक्ला को मौके पर बुला लिया.
एसडीएम कुल्लू ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार करने के आदेश दिए. कुल्लू पुलिस (Police) के सामने इसी शख्स ने बताया कि उसने कुल्लू में अब तक 70 से ज्यादा लोगों को इस तरह पैसे लेकर सर्टिफिकेट बांटे हैं. एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले व्यक्ति को धर दबोचा है और इसे लेकर पुलिस को शिकायत भी दे दी गई है. कुल्लू पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्यटन विभाग को भी उक्त शख्स के खिलाफ शिकायत करने और जांच करने को कहा गया है. गौर रहे कि पकड़े गए शख्स ने जो फर्जी सर्टिफिकेट बांटे हैं. उससे जुड़ा कोर्स मनाली का अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान करवाता है. एक सप्ताह से 15 दिन तक के इस कोर्स की फीस 50 हजार रुपए है. पकड़े गए आरोपी ने इस कोर्स के फर्जी सर्टिफिकेट 25-25 हजार रुपए में पैराग्लाइड पायलटों को दे दिए. अकेले कुल्लू जिले में ही इन लोगों ने फर्जी सर्टिफिकेट बांटकर करीब दो लाख रुपए इकट्ठे कर लिए.
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