हिमाचल प्रदेश

किन्नौर में बादल फटने से आई बाढ़, मलबे की चपेट में आए 27 वाहन

Shantanu Roy
21 July 2023 10:01 AM GMT
किन्नौर में बादल फटने से आई बाढ़, मलबे की चपेट में आए 27 वाहन
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रिकांगपिओ। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में कुदरत लगातार अपना कहर बरपा रही है। वीरवार सुबह लगभग 5 बजे जिला किन्नौर की तहसील सांगला के अंतर्गत बादल फटने से कामरू गांव के गोटखालांग व सांगला के टोंग टोंग चे में बाढ़ आने से गोटखालांग में लगभग 2 दर्जन से अधिक वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए। एक ओर जहां वाहनों को भारी क्षति पहुंची है तो वहीं दूसरी तरफ बाढ़ से बागवानों के बगीचों को भी भारी नुक्सान पहुंचा है। हालांकि उक्त नालों में बाढ़ आने से किसी प्रकार का जानी नुक्सान नहीं हुआ है परंतु इससे सरकारी व निजी संपत्ति का भारी नुक्सान हुआ है। बारिश व बाढ़ के आने से करछम से सांगला-छितकुल संपर्क सड़क मार्ग भी जगह-जगह पर अवरुद्ध हो गया था, जिसे दोपहर तक मार्ग को बहाल कर दिया गया।
वीरवार सुबह रुनंग खंड में भी अचानक बाढ़ आ गई, जिससे करछम के पास राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पूरी तरह अवरुद्ध हो गया तथा रामपुर शिमला की ओर छोटे व बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई। मार्ग के अवरुद्ध होने की सूचना मिलते ही एनएच प्राधिकरण मशीनों के साथ मौके पर पहुंचा व बाढ़ का पानी कम होने पर मार्ग की बहाली का कार्य शुरू किया तथा लगभग 5 घंटे बाद मार्ग को बहाल कर दिया गया।
डीसी किन्नौर किन्नौर तोरूल एस. रवीश ने बताया कि वीरवार को कामरू में बाढ़ आने से लगभग 27 वाहन मलबे की चपेट आ गए हैं, जिससे वाहनों को क्षति पहुंची है तथा बागवानों के बगीचों को भी नुक्सान पहुंचा है। जिला में बारिश व बाढ़ आदि के कारण लगभग 88 करोड़ 95 लाख के नुक्सान का आकलन किया जा चुका है तथा जिला में अभी भी 13 संपर्क सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं, जिनकी बहाली के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से ऐसे मौसम में आवाजाही न करने की अपील की है। डीसी किन्नौर ने बारिश, बाढ़ व भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए सांगला व निचार तहसील के सभी सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों को 20 से 22 जुलाई तक बंद करने के आदेश जारी किए हैं।
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