हिमाचल प्रदेश

किन्नौर के रिब्बा, सांगला, ठंगी व मीरू नाले में बाढ़ ने मचाई तबाही, 3 पुलों सहित सेब के बगीचों को नुक्सान

Shantanu Roy
28 July 2022 9:52 AM GMT
किन्नौर के रिब्बा, सांगला, ठंगी व मीरू नाले में बाढ़ ने मचाई तबाही, 3 पुलों सहित सेब के बगीचों को नुक्सान
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रिकांगपिओ। जिला किन्नौर में सुबह से लगातार बारिश का दौर जारी है, ऐसे में अब जिले के नदी-नाले उफान पर हैं। जिले में हो रही बारिश से बुधवार को पूह खंड के रिब्बा व ठंगी नाले मे भयंकर बाढ़ आ गई, जिसने नालों के आसपास भूमि कटाव किया है। इसके चलते नालों के आसपास स्थित मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। दूसरी ओर सांगला के गंगारंग नाले में भी बाढ़ ने बोनिंग सारिंग नामक स्थान पर सेब के बगीचो में तबाही मचाई है और सेब के पेड़ व फसल को भारी नुक्सान पहुंचाया है। बाढ़ के चलते 3 पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि जिले के अलग-अलग नालों में आई बाढ़ के कारण किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है परंतु लाखों की सरकारी व निजी सम्पति तबाह हो गई है।

तेज बारिश के चलते खोटोगो मीरु नाले में बाढ़ आने से पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग अवरुद्ध हो गया है। उधर, हंगरंग उपमंडल के अंतर्गत का डोगरी, मलिंग, यंगथंग व खाब तक जगह-जगह पर तेज बारिश होने से राष्ट्रीय राजमार्ग-505 पर मलबा भरने से करीब 8 घंटे तक मार्ग अवरुद्ध रहा। हालांकि बीआरओ की टीम द्धारा अवरुद्ध मार्ग को कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर 12 तक यातायात के लिए बहाल कर दिया गया।
108 सड़क निर्माण इकाई (ग्रेफ) के सहायक अभियंता (सिविल) व प्रभारी अधिकारी बीडी धीमान ने बताया कि अवरूद्ध एनएच को ग्रेफ की लेबर व 3 मशीनों द्वारा 7 घंटे तक लगातार कार्य करने के उपरांत यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग की टीम इन सभी क्षेत्रों मे बाढ़ से हुए नुक्सान के आकलन करने के लिए रवाना हो गई है। प्रशासन ने पर्यटकों व स्थानीय लोगों को मौसम की खराबी के चलते नदी-नालों व अति संवेदनशील स्थानों से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी है ताकि किसी भी प्रकार के जानमाल का नुक्सान न हो।
Shantanu Roy

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