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शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनी राम शांडिल (Dhani Ram Shandil) अपनी सोलन सीट बरकरार रखने में कामयाब रहे हैं। इस सीट पर शांडिल का सबसे बड़ा मुकाबला उनके अपने ही दामाद राजेश कश्यप से था। चुनाव आयोग की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सोलन सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार धनी राम शांडिल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार और अपने दामाद राजेश कश्यप को हराया है। शांडिल ने उन्हें 3,858 मतों के अंतर से परास्त किया है। सेना के एक रिटायर्ड कर्नल और 82 वर्षीय शांडिल चुनावी मैदान में सबसे बुजुर्ग उम्मीदवार थे, उन्होंने शुरुआत से ही कश्यप पर बढ़त बनाए रखी थी और अंत में जीत का परचम लहरा दिया।
इस चुनाव में कांग्रेस के धनीराम शांडिल जहां 30089 वोट पर पहले स्थान पर रहे, वहीं उनके दामाद और भाजपा उम्मीदवार राजेश कश्यप को 26231 वोट से ही संतोष करना पड़ा। अगर वोट शेयर की बात करें तो शांडिल को 51.54 फीसदी वोट मिले हैं, वहीं राजेश कश्यप को 44.93 फीसदी वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। सोलन से आम आदमी पार्टी सहित चार उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनावों में पहली बार सोलन से चुनाव लड़ने वाले शांडिल ने कश्यप को बेहद कड़े मुकाबले में महज 671 वोटों के मामूली अंतर से हराकर सोलन सीट अपने नाम की थी। शांडिल इससे पहले सांसद के तौर पर शिमला का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं।
बता दें कि, कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की 68 में से 40 सीट जीतकर भले ही सत्ता भाजपा से छीन ली हो, लेकिन मत प्रतिशत का अंतर महज 0.90 फीसदी रहा। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है।
भाजपा और कांग्रेस ने सभी 68 सीट पर चुनाव लड़ा था, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने 67 सीट पर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 53 और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने 11 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। आप अपना खाता खोलने में विफल रही, जबकि माकपा भी कोई सीट नहीं जीत पाई और ठियोग से उसके मौजूदा विधायक भी हार गए।