हिमाचल प्रदेश

हमीरपुर के गांधी चौक पर वन रैंक-वन पैंशन को लेकर पूर्व सैनिकों ने किया प्रदर्शन

Shantanu Roy
1 May 2023 9:12 AM GMT
हमीरपुर के गांधी चौक पर वन रैंक-वन पैंशन को लेकर पूर्व सैनिकों ने किया प्रदर्शन
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हमीरपुर। रविवार को वन रैंक-वन पैंशन की विसंगतियों को दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पूर्व सैनिकों व वीर नारियों ने हमीरपुर के गांधी चौक पर धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद गांधी चौक से जिलाधीश कार्यालय तक हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यालय तक रैली भी निकाली तथा स्थानीय सांसद के पीए अनुपम लखनपाल के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया। धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व सैनिक अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर में 20 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से पूर्व सैनिकों की पैंशन व पारिवारिक पैंशन में विसंगतियां चली आ रही हैं, जिस कारण पूर्व सैनिकों को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा है। धरने को 70 दिन होने के बावजूद सरकार कोई संज्ञान नहीं ले रही है।
अब पूर्व सैनिकों ने एक संयुक्त मंच फैडरेशन ऑफ वैटरन्स एसोसिएशन का गठन कर अपना आंदोलन आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मांग उठाई कि सरकार शीघ्र पूर्व सैनिकों की मांगों का संज्ञान लेकर उन्हें वार्ता के लिए बुलाए, अन्यथा उन्हें संसद का घेराव करने जैसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व सैनिकों की मुख्य मांग समान रैंक पैंशन की विसंगतियों का निवारण करने को लेकर है। सरकार ने समान रैंक समान पैंशन जुलाई, 2014 से स्वीकृत की, लेकिन इसका सही निर्धारण नहीं होने से जेसीओ व जवानों को नाममात्र का लाभ मिला और स्वीकृत बजट का बड़ा हिस्सा रिटायर्ड अधिकारियों को चला गया। उन्होंने मांग उठाई कि ग्रुप एक्स के सैनिकों की पैंशन से विसंगति को दूर किया जाए तथा मानद पदधारी सैनिकों को मौद्रिक लाभ दिए जाएं। प्री-मैच्योर रिटायरमैंट होने वाले सैनिकों को ओआरओपी दी जाए। 7वें वेतन आयोग द्वारा पे मैट्रिक्स लेवल में वेतन निर्धारण करते समय हुई चूक को ठीक किया जाए। पारिवारिक पैंशन में बढ़ौतरी की जाए। सेना में चल रही सेवादार प्रथा समाप्त की जाए तथा वीरता एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दिए जाने वाले पदकों में पारदर्शिता बरती जाए। अधिकारियों की तर्ज पर जेसीओ/जवानों को भी टाइम स्केल प्रमोशन दिया जाए।
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