हिमाचल प्रदेश

धर्मशाला और शाहपुर में लगेंगे पूर्व चेतावनी यंत्र, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में घटना से पहले मिलेगी जानकारी

Gulabi Jagat
8 Jan 2023 9:25 AM GMT
धर्मशाला और शाहपुर में लगेंगे पूर्व चेतावनी यंत्र, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में घटना से पहले मिलेगी जानकारी
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शिमला: वर्तमान प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में अपने सामाजिक सरोकार के दायित्व का निर्वहन करते हुए नवोन्मेषी पहल की है। प्रदेश सरकार ने अधिसूचित प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों को 25 हजार रुपये की सहायता राशि तुरंत जारी करने के निर्देश दिए हैं। इस संदर्भ में जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व सुदेश मोक्टा ने आज यहां बताया कि प्राकृतिक आपदा के कारण मृत्यु होने पर मृतक के निकटस्थ सम्बन्धी को 24 घंटे के भीतर सहायता राशि जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। प्राकृतिक आपदा के कारण मृत्यु होने पर मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें से 25 हजार रुपये की सहायता राशि 24 घंटे के भीतर और शेष राशि भी चार दिन के भीतर जारी कर दी जाएगी। पूर्व में यह राशि जारी होने में अधिक समय लगता था।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों यदि वह आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर नहीं होते हैं, तो उन्हें न्यूनतम 5000 रुपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के उपरांत सामाजिक दायित्वों के निर्वहन को सर्वोच्च अधिमान दिया है। बात चाहे, विभिन्न संस्थाओं के आवासियों को उत्सव अनुदान की हो या फिर उनकी उच्च शिक्षा के लिए महत्वाकांक्षी योजना 'मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष' के गठन की। प्रदेश सरकार ने अपने निर्णयों से साबित किया कि सरकार समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।धर्मशाला: कांगड़ा जिला प्रशासन जिले में बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में घटना से पहले चेतावनी उपलब्ध कराने को चार जगहों पर पूर्व चेतावनी यंत्र लगाने जा रहा है। आईआईटी मंडी द्वारा विकसित यह प्रणाली भूस्खलन की पूर्व चेतावनी देने में बेहद कारगर है।
उपायुक्त डॉ. निपुण ने बताया कि भूस्खलन पूर्व चेतावनी यंत्र धर्मशाला के मैकलोडगंज रोड़ और चोला इंद्रुनाग तथा शाहपुर के डिब्बा और रूलेहड़ में लगाए जाने हैं। इस कार्य को इसी महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा ने आईआईटी मंडी के साथ मिलकर जिले में 10 जगहों पर भूस्खलन पूर्व चेतावनी यंत्र लगाने का करार किया है। यह कार्य तीन चरणों में किया जाना है। पहले चरण में धर्मशाला उपमंडल के मैकलोडगंज रोड़ और जयसिंहपुर उपमंडल के संधोल में यह यंत्र लगाए गए हैं। दोनों जगहों पर यह ठीक तरीके से कार्य कर रहे हैं। दूसरे चरण में अब धर्मशाला और शाहपुर की चार जगहों पर भूस्खलन पूर्व चेतावनी यंत्र लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इसके बाद, आईआईटी मंडी के विशेषज्ञों की एक टीम तीसरे चरण में लगाए जाने वाले चार यंत्रों के लिए सर्वे कर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करेगी। तीनों चरण मार्च 2023 से पहले पूरे कर लिए जाएंगे।
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