हिमाचल प्रदेश

बल्क ड्रग पार्क की डीपीआर मंजूर, पीएम मोदी कर सकते हैं शुभारंभ

Renuka Sahu
9 Oct 2022 1:59 AM GMT
DPR of Bulk Drug Park approved, PM Modi can launch
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थापित होने वाले बल्क ड्रग पार्क की डीपीआर को मंजूरी दे दी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में स्थापित होने वाले बल्क ड्रग पार्क की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। 1923 करोड़ की इस डीपीआर को तीन अक्तूबर, 2022 को भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल मंत्रालय को भेजा गया था। शनिवार को फार्मास्यूटिकल सेक्रेटरी भारत सरकार एस अपर्णा की अध्यक्षता में हुई स्कीम स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में समीक्षा के बाद डीपीआर को मंजूरी दे दी गई। इस कमेटी में फार्मास्यूटिकल मंत्रालय के अलावा पर्यावरण मंत्रालय, डिपार्टमेंट फॉर प्रोमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड, स्वास्थ्य मंत्रालय, डायरेक्टर जनरल ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया और इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सदस्य शामिल थे। हिमाचल की ओर से उद्योग निदेशक राकेश प्रजापति और उनकी टीम ने शिमला से डीपीआर पर ऑनलाइन प्रेजेंटेशन दी। इसमें अतिरिक्त निदेशक तिलक राज शर्मा, एसआईडीसी टीम मेंबर तथा ई एंड वाई के कंसलटेंट भी शामिल थे। यह डीपीआर उद्योग विभाग ने रिकॉर्ड समय में खुद बनाई थी और इस पर भारत सरकार से आई ऑब्जरवेशन को भी समय पर सेटल कर दिया गया था।

इसके बाद भारत सरकार से पहली किस्त जल्द जारी हो सकती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंबा दौरे के दौरान इसका शिलान्यास भी कर सकते हैं। प्रेजेंटेशन के समय भारत सरकार ने भी इस डीपीआर की तारीफ की और कहा कि तीनों बल्क ड्रग पार्क में से हिमाचल की डीपीआर सबसे बेहतर है। हिमाचल सरकार इस पार्क के लिए हिमाचल प्रदेश बल्क ड्रग इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी बनाएगी, जो स्टेट इंप्लीमेंटिंग एजेंसी होगी। इस कंपनी का अलग बैंक अकाउंट होगा, इसमें भारत सरकार से आने वाली ग्रांट भी आएगी। बल्क ड्रग पार्क में आने वाली फार्मा कंपनियों को अनुमति देने के लिए एक डेडीकेटेड सिंगल विंडो मैकेनिज्म होगा। इस डीपीआर की कुल लागत 1923 करोड़ है, जिसमें से भारत सरकार की ग्रांट 1818 करोड़ होगी। हिमाचल सरकार को 804 करोड़ का खर्चा वहन करना है। इस पार्क में कुल निवेश आठ से 10000 करोड़ होगा, जबकि 15 से 20000 लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। डीपीआर को मंजूरी मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सब डबल इंजन की सरकार के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क हिमाचल में फार्मा इंडस्ट्री को नई ताकत देगा और राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने डीपीआर को मंजूर करवाने के लिए उद्योग विभाग के अधिकारियों की भी तारीफ की।
उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि डीपीआर मंजूर होने के बाद भारत सरकार बहुत जल्द ग्रांट की पहली किस्त जारी कर रही है, ताकि इस पार्क का काम भी रिकार्ड समय में शुरू किया जा सके। 36 मेगावाट बिजली भी बनाएगा बल्क ड्रग पार्क: बल्क ड्रग पार्क में ही छह मल्टीपल बॉयलर लगेंगे, जो 36 मेगावाट बिजली बनाएंगे। यह बॉयलर बल्क ड्रग के लिए जरूरी स्टीम भी उपलब्ध करवाएंगे। इसमें से 30 मेगावाट बिजली ओपन मार्केट में बेचने के लिए होगी, जबकि छह मेगावाट पार्क के अपने इस्तेमाल में काम आएगी। इस पार्क में कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट के साथ साथ 244 करोड़ से बनने वाला जीरो लिक्विड डिसचार्ज प्लांट भी होगा।
175 एकड़ की टाउनशिप
पार्क के साथ ही एक इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप होगी, जो 175 एकड़ में पंजवाना गांव में स्थापित की जाएगी। यह टाउनशिप बल्क ड्रग पार्क में आने वाले उद्योगपतियों से लेकर कर्मचारियों तक के लिए बड़ी राहत होगी। हिमाचल सरकार बल्क ड्रग में निवेश करने आ रहे उद्योगपतियों के साथ बहुत जल्दी एमओयू साइन करेगी। इस पार्क के लिए टेक्निकल पार्टनर नाइपर मोहाली को रखा गया है।
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