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डॉ. राज बहादुर से पंजाब के मंत्री का दुर्व्यवहार हिमाचल के स्वाभिमान पर चोट : राजेंद्र राणा
शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश से संबंध रखने वाले देश के टॉप स्पाइन सर्जनों में शुमार बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ साइंसिज के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर से गत दिवस पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ा माजरा द्वारा किए गए शर्मनाक व्यवहार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि हिमाचल की माटी के इस सपूत की प्रतिभा का देश व विदेश के चिकित्सा जगत ने लोहा माना है और देश के कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से डॉ. राज बहादुर को नवाजा गया है लेकिन पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जिस तरह उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया, वह बेहद शर्मनाक ही नहीं बल्कि हिमाचल की जनता के स्वाभिमान पर चोट भी है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया भगवंत मान में तनिक भी नैतिकता बची है।
तो उन्हें तुरंत अपने इस बिगड़ैल मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त कर देना चाहिए और साथ ही समूचे चिकित्सा जगत के साथ-साथ हिमाचल की जनता से भी माफी मांगनी चाहिए। राजेंद्र राणा ने कहा कि हिमाचल से संबंध रखने वाले डॉ. राज बहादुर ने स्पाइन सर्जरी के क्षेत्र में अपनी विश्वव्यापी पहचान बनाने के साथ-साथ अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और उन्हें पंजाब में कांग्रेस व अकाली दल की सरकार के दौरान भी पूरा मान-सम्मान मिलता रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने भाजपा की तरह जुमले दिखाकर पंजाब के लोगों की उम्मीदों को तो तोड़ा ही है, साथ ही हिमाचल के स्वाभिमानी लोगों का भी अपमान किया है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजेंद्र राणा ने कहा कि उनकी सामाजिक संस्था सर्वकल्याणकारी संस्था भी डाॅ. राज बहादुर की शानदार चिकित्सा सेवाओं के मद्देनजर उन्हें शान-ए-हिंद अवार्ड से नवाज चुकी है और हजारों रोगियों ने उन्हें भगवान की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि इस हिमाचली सपूत द्वारा उनसे हुए दुर्व्यवहार के बाद जिस तरह वाइस चांसलर पद से इस्तीफा दिया है, वह आम आदमी पार्टी की सरकार के चेहरे पर एक करारा तमाचा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत उनके पद से बर्खास्त नहीं किया गया तो इस मंत्री के हिमाचल में घुसने पर डटकर विरोध किया जाएगा।