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नाहन
जिला सिरमौर में अक्तूबर के बाद नवंबर माह में भी डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है। आलम यह है कि जिला सिरमौर में अब तक डेंगू के सात सौ के करीब मामले सामने आ चुके हैं। खास तौर पर नाहन सहित आसपास के क्षेत्रों और काला अंब में अधिकतर लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।
इतना ही नहीं मौसम में आ रहे बदलाव के कारण वायरल फीवर भी अपना कहर ढा रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन डेंगू से निपटने के लिए पूरी तरह से अलर्ट मोड़ पर है। बावजूद इसके मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन जिला सिरमौर में लोग डेंगू का शिकार हो रहे हैं और अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
क्या है डेंगू
डेंगू बुखार, जिसे आमतौर पर हड्डी तोड़ बुखार के रूप में भी जाना जाता है, एक फ्लू जैसी बीमारी है, जो डेंगू वायरस के कारण होती है। यह तब होता है, जब वायरस वाला एडीज मच्छर व्यक्ति को काटता है। डेंगू वायरस मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी प्रजाति के मादा मच्छरों द्वारा फैलता है और कुछ हद तक एई अल्बोपिक्टस से भी।
ये मच्छर चिकनगुनिया, येलो फीवर और जीका वायरस के भी वाहक हैं। डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहते है क्योकिं इसमे हड्डी टूटने जैसा दर्द होता है और कई दिनो तक रहता है। कम फीसदी मे डेंगू बुखार वाले लोगों को डेंगू रक्तस्रावी बुखार नामक बीमारी का एक अधिक गंभीर रूप विकसित कर सकता है।
डेंगू के लक्षण
सिर दर्द
मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
जी मिचलाना
उल्टी लगना
आंखों के पीछे दर्द
ग्रंथियों में सूजन
त्वचा पर लाल चकत्ते होना
डेंगू से बचने के उपाय और सावधानियां
डेंगू से बचाव का सबसे पहला और सही उपाय यही है कि जितना हो सके मच्छरों से बचे। घर मे या घर के आस-पास पानी जमा नही होने दे या फिर उसे एक हफ्ते मे बदल दे ताकि उसपर मच्छर पैदा ना हो। घर के अंदर भी मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें। रात मे सोते वक़्त मच्छरदानी का प्रयोग ज़रूर करे। रोगी को ज्यादा से ज्यादा तरल चीजें दीजिए ताकि उसके शरीर में पानी की कमी न हो। डेंगू में गिलोई के पत्ते काफी उपयोगी होते हैं।
मरीज को पपीते के पत्ते पानी में पीस कर दिए जा सकते हैं। यह शरीर में प्लेटलेट्स बढाने का काम करते हैं लेकिन देने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर लें। मरीज को डिस्प्रिन और एस्प्रिन की गोली कभी ना दें। बुखार कम करने के लिए पेरासिटामॉल की गोली दी जा सकती है। जितना हो सके नारियल पानी और जूस पिलायें।शरीर पर पूरे कपडे पहने।
Gulabi Jagat
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