हिमाचल प्रदेश

हिमाचल में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस ने घेरी सरकार, प्रदेश में नौ लाख युवा बेरोजगार

Renuka Sahu
6 Nov 2022 12:58 AM GMT
Congress surrounded the government on the issue of increasing unemployment in Himachal, nine lakh youth unemployed in the state
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

विधानसभा चुनाव के बीच ओपीएस के बाद बढ़ती बेरोजगारी भी बड़ा मुद्दा बन गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विधानसभा चुनाव के बीच ओपीएस के बाद बढ़ती बेरोजगारी भी बड़ा मुद्दा बन गया है। कांग्रेस ने बीते पांच साल में बेरोजगारी दर बढऩे के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य में बेरोजगारों की संख्या करीब आठ लाख 75 हजार है। साल दर साल इसमें इजाफा हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक प्रदेश में दिसंबर 2020 तक एक साल में करीब एक लाख नए बेरोजगारों का पंजीकरण हुआ। इस अवधि में सरकारी क्षेत्र में करीब पांच हजार तथा निजी क्षेत्र में भी साढ़े चार हजार के करीब नियुक्तियां अधिसूचित हुई। कांग्रेस का आरोप है कि नए पंजीकृत होने वाले बेरोजगारों की संख्या के मुकाबले दस फीसदी को ही रोजगार मिल पा रहा है।

प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा डबल इंजन की बात कर रही है। भाजपा लगातार दावा कर रही है कि डबल इंजन की सरकार हिमाचल का विकास कर सकती है। भाजपा के डबल इंजन के विकास के दावों को खोखला करार देते हुए कांग्रेस का कहना है कि बढ़ती बेरोजगारी पर नकेल कसने में भाजपा सरकार नाकाम रही है। हिमाचल में जनसंख्या के अनुपात में बेरोजगारी के मामले में देश के शीर्ष छह राज्यों में शामिल है। (एचडीएम)
इन्वेस्टर मीट से कितने उद्योग लगाए
कांग्रेस का कहना है कि 2020-21 में प्रदेश में 96 हजार से अधिक नए बेरोजगारों का पंजीकरण हुआ। सरकार ने इसके बाद हिमाचल में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट करवाई। सरकार का दावा है कि मीट के बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से 40 हजार करोड़ का निवेश फलीभूत हुआ है। कांग्रेस ने सरकार से जानना चाहा है कि इन्वेस्टर मीट के बाद कितने पंजीकृत बेरोजगारों को नए उद्योगों में रोजगार मिला है। साथ ही बीते पांच सालों में भाजपा शासन में प्रदेश में कितने उद्योग स्थापित हुए।
आउटसोस भर्ती के नाम पर शोषण भाजपा रोजगार देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है मगर पांच सालों में सरकारी क्षेत्र में कितना रोजगार मिला यह नहीं बता रही। बेरोजगारों को रोजगार देने की स्थायी नीति भाजपा नहीं बना पाई है। आउटसोर्स के माध्यम से सरकारी विभागों में भर्तियां कर युवाओं का शोषण किया जा रहा है। आउटसोर्स सालों से नीति का इंतजार कर रहे है, मगर यह नहीं बन सकी। कांग्रेस नेता आरएस बाली ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव में बेरोजगार भाजपा को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाएंगे।.
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