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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कांग्रेस ने पिछले साल के आखिर में हुए गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 130 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए थे। पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी, जबकि गुजरात में इसे करारी हार मिली थी। वहीं, भाजपा ने अपनी व्यय रिपोर्ट में कहा है कि इसने हिमाचल प्रदेश चुनाव लड़ने के लिए 49 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। दोनों दलों द्वारा दायर चुनाव व्यय रिपोर्ट के अनुसार, यह पैसा बड़े पैमाने पर अपने उम्मीदवारों, विज्ञापन और प्रचार और स्टार प्रचारकों की यात्रा पर खर्च किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में 27.02 करोड़ रुपये और गुजरात में 103.62 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में अपना खर्च 49.69 करोड़ रुपये दिखाया है। चुनाव आयोग ने अभी तक गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनावी खर्च की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है।
पिछले साल आठ दिसंबर को आए गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया। 182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में भाजपा के 156 प्रत्याशी चुनाव जीते। कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस 77 सीटों से सीधे 17 पर आ गई। मतलब कांग्रेस को 60 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। आम आदमी पार्टी की स्थिति भी काफी खराब रही। इसके केवल पांच प्रत्याशी ही चुनाव जीत पाए। चार सीटें अन्य के झोली में गिरी।
वहीं, हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां पांच साल बाद सरकार बदलने का रिवाज जारी रहा। पिछले साल आठ दिसंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए हुई मतगणना के नतीजों में कांग्रेस ने 40 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। वहीं, भाजपा 25 सीटों पर ही सिमट गई। तीन सीटों पर निर्दलियों ने जीत हासिल की।