हिमाचल प्रदेश

सदन में ओपीएस पर कांग्रेस ने रखा काम रोको प्रस्ताव, नारेबाजी के साथ वाकआउट

Renuka Sahu
4 March 2022 5:21 AM GMT
सदन में ओपीएस पर कांग्रेस ने रखा काम रोको प्रस्ताव, नारेबाजी के साथ वाकआउट
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फाइल फोटो 

विधानसभा बजट सत्र के दौरान गुरुवार को सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन देने को लेकर विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह हंगामे हुए।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विधानसभा बजट सत्र के दौरान गुरुवार को सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन देने को लेकर विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह हंगामे हुए। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी प्रश्नकाल से पहले ही उठ खड़े हुए और कांग्रेस विधायकों की तरफ से दिए गए नियम 67 के नोटिस पर चर्चा मांगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नकाल के बाद इस बारे में बात करेंगे, लेकिन जगत सिंह नेगी नहीं माने और उनके समर्थन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और आशा कुमारी समेत अन्य कांग्रेस विधायक भी खड़े हो गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने व्यवस्था दी कि उन्हें जगत सिंह नेगी, मुकेश अग्निहोत्री, मोहनलाल ब्राक्टा, रामलाल ठाकुर समेत कई कांग्रेसी विधायकों की तरफ से काम रोको प्रस्ताव का नोटिस मिला था, जो कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन को लेकर है।

नियमानुसार इस बारे में इससे पहले कांग्रेस और भाजपा के कई विधायकों के प्रश्न और प्रस्ताव विधानसभा सत्र में लगे हैं, इसलिए इस विषय पर अलग से काम रोको प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसलिए वह इस प्रस्ताव को निरस्त करते हैं। विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले के बाद कांग्रेस के विधायक सदन के वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। यहां नारेबाजी में विधायक राकेश सिंघा ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। बाद में पूरा विपक्ष सदन से बहिष्कार कर गया। इसके बाद विपक्ष की गैरमौजूदगी में प्रश्नकाल शुरू हुआ और चल रहे प्रश्नकाल के बीच में लखविंदर राणा समेत कुछ कांग्रेस विधायक सदन में वापस लौट आए।
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