हिमाचल प्रदेश

कांग्रेस मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने आशा वर्कर्ज भर्ती पर कसा तंज, चुनावी रेवड़ी दे रही सरकार

Renuka Sahu
10 Sep 2022 1:56 AM GMT
Congress media in-charge Alka Lamba took a jibe at the recruitment of Asha workers, the government is giving election rewari
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

प्रदेश की भाजपा सरकार आशा वर्कर्स की भर्ती नहीं मात्र चुनावी रेवड़ी दे रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रदेश की भाजपा सरकार आशा वर्कर्स की भर्ती नहीं मात्र चुनावी रेवड़ी दे रही है। कांग्रेस की मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने कहा कि वो भी असली हकदारों को नहीं मिलेगी ये भर्ती की रेवडिय़ां भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं में बांटी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है और ऐसे में सरकार को आशा वर्कर्स की भर्ती याद आई है। एक आदेश में आशा वर्कर्स की भर्ती के लिए 20 सितंबर तक आवेदन प्रक्रिया पूरी किए जाने की बात की गई है। इसके पीछे जनता को घरद्वार पर प्राथमिक उपचार मिलने में सुविधा होने का दावा किया गया है। कांग्रेस ने सरकार के इस निर्णय पर तंज कसते हुए कहा कि पांच साल तक सरकार को जनता की सुविधा का ख्याल नहीं आया और अब चुनावी हार को सर पर देख आशा वर्कर्स की भर्ती बस एक चुनावी रेवड़ी के बराबर है। आईसीसी मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने कहा की प्रदेश में युवा और महिलाएं महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रहे हंै। अलका लांबा ने कहा कि रोजगार के नाम पर सिवाय बड़े-बड़े भाषण के अलावा कुछ नहीं मिला, लेकिन चुनाव आते ही भाजपा की सरकार इस तरह चुनावी रेवडिय़ां बांटकर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल इंतजार करने के पीछे क्या मजबूरी थी। इसका जवाब सरकार को देना पड़ेगा। बेरोजगारी और महंगाई की चौतरफा मार झेल रही हिमाचल की जनता इस प्रकार की चुनावी रेवडिय़ों से संतुष्ट नहीं होने वाली है।

तानाशाही कर रहा एक परिवार
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांग्रेस नेत्री अलका लांबा पर पलटवार करते हुए कहा कि जब देश पर एक परिवार की तानाशाही नहीं चली तो पार्टी में डिक्टेटरशिप हावी है। उन्होंने कहा कि जिन कांग्रेस नेताओं का अपनी पार्टी के अंदर एक परिवार की तानाशाही को लेकर मुंह नहीं खुलता, वह हिमाचल में आकर लोकतांत्रिक मूल्यों के कमजोर होने का रोना रो रहे हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांग्रेस नेत्री अल्का लांबा के उस बयान पर पलटवार करते हुए यह बात कही जिसमें अलका लांबा ने केंद्र सरकार की नीतियों को तानाशाही बताया था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बोले कि क्या करोड़ों लोगों का फ्री इलाज करने की नीति बनाना तानाशाही है। क्या देश के करोड़ों लोगों को पहली बार आयुष्मान भारत से मुफ्त इलाज करना तानाशाही है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि देश में सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली कांग्रेस का अपना इतिहास तानाशाही का रहा है। जब जनता ने कांग्रेस की तानाशाही को नकार दिया तो अब कांग्रेस अपने अंदर तानाशाही को पाल-पोस रही है। पूरा देश इसका उदाहरण देख रहा है। कांग्रेस पार्टी पर हमेशा से एक ही परिवार का कब्जा रहा।
आजादी का खुद ही लेते श्रेय
उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसे आजादी का श्रेय भी खुद लेते शर्म नहीं आती। आज अगर सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान की बात की जाती है तो कांग्रेस को इससे भी तकलीफ होने लगती है, क्योंकि इससे कांग्रेस केझूठ की कलई खुलती है जिसे इसने दशकों से भारतीय जनमानस पर थोपे रखा।
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