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हिमाचल प्रदेश न्यूज
हिमाचल प्रदेश कॉलेजों में नई शिक्षा नीति पर संशय समाप्त हो गया है, विवि ने साफ किया है कि नई शिक्षा नीति को इस सत्र से यूजी डिग्री कोर्स में लागू नहीं किया जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2022-23 में कॉलेजों में पुराने ईयर सिस्टम के तहत ही प्रथम वर्ष में प्रवेश दिया जाएगा। इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। कॉलेजों ने पहले ही दस जुलाई से प्रथम वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया और दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों की रोल ऑन एडमिशन की तैयारी शुरू कर दी थी। दस जुलाई से कॉलेज प्रवेश के लिए ऑनलाइन पोर्टल खोलने की तैयारी में है।
कॉलेजों ने अपने प्रोस्पेक्ट्स का प्रारूप तैयार कर दिया है। कॉलेजों ने पुरानी वार्षिक प्रणाली योजना में प्रोस्पेक्ट्स तैयार कर लिए हैं। पुरानी प्रणाली नीति के अनुसार ही दाखिले लिए जाने को लेकर अब कोई संशय नहीं रहा है, चूंकि विवि ने नई शिक्षा नीति-2020 को लागू करने को लेकर अब तक निर्णय नहीं लिया था, इसलिए कॉलेजों को प्रवेश से संबंधित कोई अलग से विवि की ओर से जारी नहीं होंगे। विवि के कुलपति और अधिष्ठाता अध्ययन ने नई शिक्षा नीति को लागू करने को आवश्यक तैयारी करने के लिए छह माह का समय दिए जाने की बात पहले हीकर दी थी। डीन कमेटी के सुझावों के अनुसार विवि अपनी पूरी तैयार होने के बावजूद कॉलेजों में ढांचागत सुविधाओं शिक्षक प्राचार्यों के पदों को भरकर नई शिक्षा नीति के लिए तैयारी करने को छह माह का समय दिए जाने की बात स्पष्ट कर दी थी।
राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली, राजकीय कन्या महाविद्यालय और राजीव गांधी महाविद्यालय कोटशेरा ने पुराने वार्षिक प्रणाली में ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने को प्रोस्पेक्ट्स तैयार कर लिए है। इन कॉलेजों सहित विवि के अधीन आने वाले सभी 165 कॉलेज ने भी तैयारी कर दी है, सरदार पटेल विश्वविद्यालय के तहत आने वाले कॉलेजों भी इसी तर्ज पर पुराने ईयर सिस्टम के तहत इस बार प्रथम वर्ष में प्रवेश देंगे। संजौली कॉलेज प्राचार्य डॉ. सीबी मेहता ने कहा कि कॉलेज में मेरिट आधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा। दस जुलाई से कॉलेज का पोर्टल खुलने पर आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिलहाल पुराने ईयर सिस्टम में ही प्रोस्पेक्टस तैयार का प्रवेश की तैयारियां की गई है।
आरकेएमवी, कोटशेरा कॉलेज भी दस से खोलेगा पोर्टल
राजधानी के कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. रुचि रमेश ने कहा कि कॉलेज का प्रोस्पेक्टस तैयार है। इसमें इसमें यदि कोई बदलाव हो, तो उन्हें समय से किया जा सके। उधर राजीव गांधी महाविद्यालय कोटशेरा की प्राचार्य डा. अनुपम गर्ग ने कहा कि वार्षिक प्रणाली में ही यूजी प्रथम वर्ष में प्रवेश की तैयारी की गई है॥
अब तक एचपी बोर्ड का घोषित हुआ है परिणाम
यूजी प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए फिलहाल एचपी बोर्ड से पास हुए विद्यार्थी ही पात्र होंगे। सीबीएसई और आईएससी के बारहवीं के नतीजे घोषित होने में अभी और समय लगना तय है।
ईयर सिस्टम के तहत ही होगा नए सत्र में प्रवेश- डीएस
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. कुलभूषण चंदेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति पर फैसला नहीं हुआ है, तो नए सत्र में पुरानी वार्षिक प्रणाली के तहत ही कॉलेजों में प्रवेश होगा। नई शिक्षा नीति को बिना चूक के कार्यान्वित करने को समय दिया जाएगा। जिससे इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
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