हिमाचल प्रदेश

सीएम लेंगे फैसला, ओकओवर में तय होंगे मेयर-डिप्टी मेयर

Gulabi Jagat
13 May 2023 9:30 AM GMT
सीएम लेंगे फैसला, ओकओवर में तय होंगे मेयर-डिप्टी मेयर
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शिमला
नगरनिगम चुनाव में एकतरफा जीत के बाद अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मेयर और डिप्टी मेयर का नाम तय करेंगे। किसी भी तरह के मनमुटाव को रोकने के लिए पार्षदों के शपथग्रण से ठीक एक दिन पहले 14 मई मुख्यमंत्री आवास ओकओवर में बैठक बुला ली है। इस बैठक में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते सभी 24 पार्षद मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इसी बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर का नाम भी तय हो जाएगा। इसके बाद 15 मई को होने वाले हाउस में कांग्रेस के पार्षद दोनों नामों पर सर्वसम्मति से मुहर लगा देंगे। मुख्यमंत्री के अलावा इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक तजेंद्र पाल सिंह बिट्टू विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे। कांग्रेस हाईकमान ने मेयर और डिप्टी मेयर के चयन को पूरी तरह से पारदर्शी बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
इसके अलावा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा भी मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पार्षदों में मेयर बनने की होड़ बढ़ गई है। इस कड़ी में नतीजे घोषित होने के बाद से ही पार्षद खुद को एक-दूसरे से बढक़र दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पास भी खासमखास के नाम पहुंच चुके हैं। इन्हीं नामों पर दोनों बड़े नेताओं ने दिल्ली में भी चर्चा की है। कांग्रेस महासचिव अमित पाल सिंह ने बताया कि बैठक में कांग्रेस के सभी नवनर्वाचित पार्षदों को बुलाया गया है। सभी पार्षदों की राय से मेयर और डिप्टी मेयर का चयन सर्वसम्मति से किया जाएगा। यह बैठक शाम पांच बजे तय की गई है। इसमें सभी पार्षद मौजूद रहेंगे।
दिल्ली में महिला को एक बड़ा ओहदा देने पर बनी है सहमति
दिल्ली में चर्चा के बाद एक बड़ा ओहदा महिला को देने पर सहमति जरूर बनी है और इस दौरान कई नामों पर भी चर्चा हुई है, लेकिन सदन में आपसी टकराव को रोकने के लिए कांग्रेस पहले से ही तैयारी करने के मूड़ में है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पार्टी के आला नेता दो नामों का चयन करेंगे और बाकी सभी को इनका समर्थन करना होगा। महिलाओं की बात करें तो कांग्रेस के कुल 24 पार्षदों में से 14 महिलाएं हैं, जबकि 10 पुरुष इस बार जीतकर आए हैं। कांग्रेस ने दोनों वर्ग के लिए 50-50 फीसदी आरक्षण के आधार पर टिकटें बांटी थी, लेकिन सफलता के प्रतिशत में महिलाओं ने बाजी मार ली है।
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