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शिमला: प्रदेश के 80 प्रतिशत सेब उत्पादन करने वाले ऊपरी शिमला क्षेत्र के प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्ख गुरुवार दोपहर बाद रामपुर शेत्र के ननखड़ी में आपदा प्रभावित क्षेत्र खड़ाहन में भारी बारिश से हुई तबाही देखने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने ने प्रभाविक परिवारों से दर्द साझा किया। इस शेत्र में 16 घर बारिश से ध्वस्त हुए हैं तथा 50 मकानों को नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने खड़ाहन में उन प्रभावित परिवारों से भी बातचीत की, जिनके घर जुलाई की बारिश में तहस-नहस हुए हैं। वहीं, सीएम के दौरे से लोगों को जल्द ही आर्थिक मदद मिलने की आस बंध गई है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कुमारसैन उपमंडल में बारिश से हुए भारी नुकसान का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने उन्हें अवगत करवाया कि उपमंडल में 124 घर पूरी तरह से ध्वस्त हुए हैं, 204 घर मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों से भी मिले और इस दौरान पंचायतों की ओर से सेब सीजन के मद्देनजर सडक़ों को तुरंत बहाल करने की मांग की गई। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन द्वारा बारिश से प्रभावित कोटगढ़ क्षेत्र की सात पंचायतों को राहत कार्यों के लिए 7-7 लाख रुपए दिए गए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी सडक़ों की शीघ्र मरम्मत के लिए फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि पंचायत स्तर तक संपर्क मार्गों को जल्द से जल्द बहाल कर सेब सहित अन्य फसलें मंडियों तक पहुंचाई जा सके। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे कार्य करते हुए 15 अगस्त तक सडक़ों को बहाल करने के निर्देश भी दिए, ताकि बागबानों और किसानों को समस्या का सामना न करना पड़े। दो दिन के भीतर मुख्यमंत्री ने चौपाल, जुब्बल-कोटखाई, रोहड़ू, ठियोग और रामपुर विधानसभा क्षेत्रों में आपदा के कारण बंद सडक़ों और अन्य नुकसान का जायजा लिया। सीएम के दौरे के बाद प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को ननखड़ी क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए पंचायतों तक संपर्क मार्गों की शीघ्र मरम्मत करने के निर्देश दिए।
बागबान आंदोलन में मारे गए किसानों को मिलेगा मुआवजा
मुख्यमंत्री ने हाल ही में आई आपदा के प्रभावितों को बढ़ी हुई राहत की घोषणा की। वहीं वह कोटगढ़ के शहीद स्मारक भी गए और वर्ष 1990 में सेब बागबानों के आंदोलन के दौरान हुए गोलीकांड में मारे गए तीन बागबानों गोविंद सिंह, हीरा सिंह और तारा चंद के परिवार को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कोटगढ़ में इन तीन बागबानों की याद में बनाए गए स्मारक के रख-रखाव के लिए राज्य सरकार की ओर से आठ लाख रुपए देने की घोषणा भी की।
एनएच पर आवाजाही बहाल रखी जाए
सोलन के चक्कीमोड़ में भू-स्खलन प्रभावित क्षेत्र के दौरे के बाद राज्यपाल के निर्देश
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने गुरुवार को सोलन जिला के चक्की मोड़ के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-05 पर भारी भू-स्खलन के कारण हुई क्षति का जायज़ा लिया और जि़ला प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। राज्यपाल ने इस अवसर पर जि़ला प्रशासन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय सुनिश्चित बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश से सेब बाहरी मंडियों को भेजा जा रहा है और ऐसे में यह आवश्यक है कि सेब सही समय पर मंडियों तक पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिए कि सेब सीजन के दृष्टिगत राष्ट्रीय राजमार्ग को बहाल रखा जाए और आवश्यकता पढऩे पर वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जाएं।
शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि प्राकृतिक विभीषिका के कारण हिमाचल प्रदेश में अनेक स्थान पर भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन एवं बादल फटने से न केवल व्यवस्थाएं छिन्न-भिन्न हुई हैं, अपितु जन-जीवन भी प्रभावित हुआ है। वह स्वयं अनेक स्थानों का दौरा कर क्षति का जायज़ा ले रहे हैं। इस दौरान उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि सोलन में बारिश से लगभग 526 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है। उन्होंने प्रदेश सरकार के निर्देश पर जि़ला प्रशासन द्वारा प्रभावितों को दी जा रही सहायता राशि एवं जनजीवन सुचारू बनाए रखने के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी।
एनएच दुरुस्त करने में लगेगा लंबा समय
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एके दहिया ने भारी वर्षा से राष्ट्रीय राजमार्ग-05 को हुए नुकसान का जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चक्की मोड़ के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह ठीक करने में 30 से 45 दिन का समय लगेगा। उन्होंने प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग-05 को सुचारू बनाए रखने और भविष्य में क्षति से बचाने के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।