हिमाचल प्रदेश

चुराह के जितेंद्र व सिहुंता की दीक्षा बने असिस्टैंट प्रोफैसर, पांगी के कुलदीप बने एसडीओ

Shantanu Roy
29 March 2023 9:56 AM GMT
चुराह के जितेंद्र व सिहुंता की दीक्षा बने असिस्टैंट प्रोफैसर, पांगी के कुलदीप बने एसडीओ
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चम्बा। चम्बा जिला के चुराह क्षेत्र से संबंध रखने वाले जितेंद्र केशव व सिहुंता क्षेत्र से संबंध रखने वाली दीक्षा कपूर असिस्टैंट प्रोफैसर पद के लिए चयनित हुए हैं। वहीं जनजातीय क्षेत्र पांगी से संबंध रखने वाले कुलदीप शर्मा का सहायक अभियंता के लिए हुआ है। जानकारी के अनुसार चुराह क्षेत्र के जितेंद्र केशव अंग्रेजी विषय के असिस्टैंट प्रोफैसर पद के लिए चयनित हुए हैं। उन्होंने हिमाचल पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित असिस्टैंट प्रोफैसर की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुराह सहित आकांक्षी जिला चम्बा का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। जितेंद्र अब कॉलेज में पढ़ाएंगे। चुराह की टिकरीगढ़ पंचायत के निवासी जितेंद्र के पिता देवी सिंह किसान हैं जबकि माता गृहणी हैं। उन्होंने अपने 2 बेटों को मजदूरी करके शिक्षा दिलवाई। जितेंद्र ने जमा दो कक्षा तक की शिक्षा टिकरीगढ़ स्कूल से पूरी की। इसके बाद चम्बा काॅलेज, धर्मशाला व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका छोटा भाई इंडियन आर्मी में सेवारत है। जितेंद्र ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ विशेष रूप से अपने छोटे भाई खेम राज को दिया। जितेंद्र ने नैट-सेट-जेआरएफ जैसी तमाम कठिन परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं। मौजूदा समय में वह अंगेजी विषय में पीएचडी कर रहे हैं। सिहुंता के कामला गांव की दीक्षा कपूर का असिस्टैंट प्रोफैसर के पद पर चयन हुआ।
दीक्षा ने हिमाचल पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित असिस्टैंट प्रोफैसर भूगोल की परीक्षा पास कर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। दीक्षा ने 10वीं की पढ़ाई ग्रीनफील्ड पब्लिक स्कूल सिहुंता से तथा 12वीं की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सिहुंता से उत्तीर्ण की है। दीक्षा ने दोनों कक्षाओं में राज्य स्तर पर टॉप-10 में स्थान हासिल किया है। स्कूली शिक्षा के बाद बीए जियोग्राफी की पढ़ाई धर्मशाला काॅलेज से उत्तीर्ण करने के बाद दीक्षा ने एमएससी जियोग्राफी और एमफिल की पढ़ाई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से की। वहीं वर्तमान में वह पीएचडी की पढ़ाई भी प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से कर रही है। अब तक दीक्षा के 3 शोधपत्र राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। दीक्षा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। दीक्षा के पिता लाल सिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं जबकि माता अंजू बाला गृहिणी हैं। वहीं जनजातीय क्षेत्र पांगी की शौर पंचायत के कुलदीप शर्मा का चयन सहायक अभियंता पद के लिए हुआ है। इससे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। कुलदीप शर्मा के पिता मोहन लाल शर्मा शिक्षा विभाग में केंद्रीय मुख्य अध्यापक के पद पर सेवारत हैं जबकि माता नानकी देवी गृहिणी हैं। कुलदीप शर्मा ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई राजकीय प्राथमिक पाठशाला शौर स्कूल से पूरी की। इसके बाद शहीद दीनानाथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पुर्थी से जमा दो की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद एमजी इंजीनियरिंग कॉलेज मंडी से बीटैक की। 2 बार इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट एप्टीट्यूड टैस्ट क्वालीफाई किया। कुलदीप शर्मा मौजूदा समय में जेई के पद पर शिमला में तैनात हैं। अब उनका चयन हिमाचल प्रदेश स्टैट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड में बतौर असिस्टैंट इंजीनियर के पद पर हुआ है।
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