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हिमाचल प्रदेश
ईवीएम की सिक्योरिटी जांची, रूम की चैकिंग करने खुद फील्ड में उतरे मुख्य चुनाव अधिकारी
Admin4
20 Nov 2022 1:59 PM GMT
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हिमाचल प्रदेश में मतदान के बाद ईवीएम की सुरक्षा को लेकर खड़े सवालों के बीच मुख्य चुनाव अधिकारी खुद स्ट्रांग रूम का जायजा लेने के लिए फील्ड में उतर गए हैं। इससे पहले जहां उन्होंने शिमला जिला स्ट्रांग रूम दौरा किया था, तो वहीं अब वह सिरमौर जिला के दौरे पर हैं। इसके बाद अन्य जिलों का दौरा भी किया जाएग। उनका कहना है कि प्रदेश में ईवीएम कड़े पहरे में हैं। सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही हैं।
साथ ही आरओ-एआरओ भी दिन में दो बार स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना आठ दिसंबर को होगी। 412 प्रत्याशियों के भाग्य की गणना दस हजार कर्मचारी करेंगे। निर्वाचन विभाग ने कर्मचारियों की ड्यूटी तय कर दी हैं। हिमाचल प्रदेश में मतदान के बाद अब मतगणना की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में मतों की गणना होगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद अब परिणाम का इंतजार है। आठ से दस राउंड में मतगणना प्रकिया पूरी होगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए मतों की गणना में करीब 2720 कर्मचारी ड्यूटी देंगे।
हिमाचल प्रदेश में मतगणना की तैयारियां शुरू हो गई हैं। ईवीएम व वीवीपैट ईवीएम से ईवीएम से मतदान को लेकर बाद में कोई सवाल न उठें, इसलिए मतगणना के दौरान हर विधानसभा की पांच वीवीपैट की पर्चियों का मिलान ईवीएम में पड़े वोट से किया जाएगा। हालांकि इससे पहले प्रत्याशियों और एजेंट की राय ली जाएगी कि किस बूथ की वीवीपैट मशीन की पर्चियों का मिलान किया जाए।
मतों की गणना के लिए एक मतगणना केंद्र मतगणना हॉल पर अधिकतम 14 टेबल लगाए जाएंगे। हालांकि यदि किसी मतगणना केंद्र में स्थान की कमी होगी, तो 14 से कम टेबल भी लगाए जा सकते हैं। मतगणना के लिए लगाए गए 14 टेबल में से एक टेबल पर रिटर्निंग अधिकारी का होगा तथा शेष 13 टेबलों पर एक साथ मतगणना की जाएगी। प्रत्येक टेबल पर तीन कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इसमें एक मतगणना सुपरवाइजर तथा दो मतगणना सहायक होंगे।
एक मतगणना केंद्र में 39 कर्मचारी तथा एक रिटर्निंग अधिकारी तैनात होगा। यानी कुल 40 कर्मचारी तैनात होंगे। इसके अलावा ऑब्जर्वर व राजनीतिक दलों या प्रत्याशियों के एजेंट भी वहां पर होंगे सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना का कार्य शुरू होगा। राज्य में निर्वाचन आयोग 68 स्थानों पर मतों की गणना करेगा। यानी हर विधानसभा क्षेत्र में एक मतगणना केंद्र होगा।
विधानसभा चुनावों में सेना में ड्यूटी दे रहे व अन्य लोगों जिन्हें डाक मत पत्र जारी किए गए हैं। यह मत पत्र आठ दिसंबर यानी मतगणना वाले दिन सुबह आठ बजे तक पहुंच जाने चाहिए। मतगणना शुरू होने के बाद जो डाक मत पत्र पहुंचेंगे, उनकी गणना नहीं की जाएगी। चुनाव आयोग को उम्मीद है कि मतगणना से पहले सभी मत पत्र पहुंच जाएंगे, क्योंकि अभी मतगणना के लिए 24 दिन बचे हैं।
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
न्यूज़ क्रेडिट: divyahimachal
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