हिमाचल प्रदेश

दियोटसिद्ध में आज से चैत्र मेले की शुरुआत, बाबा बालकनाथ मंदिर में भक्तों की सुरक्षा के लिए जवानों ने संभाला मोर्चा

Renuka Sahu
14 March 2022 6:16 AM GMT
दियोटसिद्ध में आज से चैत्र मेले की शुरुआत, बाबा बालकनाथ मंदिर में भक्तों की सुरक्षा के लिए जवानों ने संभाला मोर्चा
x

फाइल फोटो 

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को भक्तों का खूब हुजूम उमड़ पड़ा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को भक्तों का खूब हुजूम उमड़ पड़ा। रविवार सुबह ही मंदिर परिसर में लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई थी। दिल्ली से सैकड़ों भक्तों का जत्था पैदल यात्रा कर रविवार को बाबा बालकनाथ की नगरी में पहुंचा। कलयुग के अवतार पौणाहारी के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज रहा था। भक्तों ने घंटों लाइन में लगकर गुफा के दर्शन किए। बता दें कि सोमवार से दियोटसिद्ध में चैत्र मेलों का झंडा रस्म के साथ आगाज होगा। इसके लिए सभी पुख्ता इंतजाम प्रशासन की तरफ से पहले ही कर लिए गए हैं। सैकड़ों जवान मंदिर परिसर में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। इनकी तैनाती रविवार को ही हो जाएगी। सोमवार सुबह से यहां पर महाभीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। रविवार को भी मंदिर परिसर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा के जयकारे लगाते हुए भक्त मंदिर में पहुंचे तथा नियमानुसार दर्शन किए। सोमवार से शुरू होने वाले चैत्र मेलों के दौरान पुलिस और होमगार्ड जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। वहीं, मंदिर परिसर को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है।

24 घंटे खुले रहेंगे मंदिर के कपाट
चैत्र मेलों के दौरान लगभग 24 घंटे मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुले रहेंगे और मात्र साफ -सफाई के दौरान ही मंदिर में आवागमन की अनुमति नहीं होगी। इस बारे में उपमंडल अधिकारी बड़सर शशि पाल का कहना है कि चैत्र मेलों को लेकर पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। मंदिर परिसर को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है। यहां पर सेक्टर अधिकारी तैनात रहेंगे तथा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का कार्य करेंगे।
मेलों में सफाई कर्मियों की अस्थायी तैनाती
सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालने के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा अस्थायी तौर पर कर्मचारी रखे जा रही हैं। चैत्र मेलों के दौरान सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद रहे इसके लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। अस्थायी तौर पर 15-15 दिन के लिए कर्मचारी रखे जा रही हैं।
मां चिंतपूर्णी के दरबार डीजीपी संजय कुंडू ने भरी हाजिरी
हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू रविवार सुबह के माता रानी के दर्शन करने के लिए मां चिंतपूर्णी के दरबार में पहुंचे। इस मौके पर चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारी नवीन कालिया, संदीप कालिया व सचिन कालिया ने विधिवत रूप से माता की पूजा-अर्चना करवाई। पूजा-अर्चना के बाद माता चिंतपूर्णी की सुबह की आरती में भी डीजीपी संजय कुंडू ने भाग लिया। माता की आरती करने के पश्चात चिंतपूर्णी मंदिर परिसर में हवन कुंड में आहुतियां डाली और कन्या पूजन किया। वहीं, दर्शन करने के उपरांत चिंतपूर्णी मंदिर के कार्यवाहक मंदिर अधिकारी रोहित जाल्टा ने माता की फोटो स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट स्वरूप दी। इस मौके पर संजय कुंडू ने कहा कि चिंतपूर्णी मंदिर कि सुरक्षा की दृष्टि से लगने वाले सभी सीसीटीवी कैमरा के कार्य में गति लाने के आदेश दिए हैं।
मैडी में 30 हजार भक्तों ने चरण गंगा में किया स्नान
अंब। धार्मिक स्थल मैड़ी में चल रहे होली मोहल्ला मेले में श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है। मेले के चौथे दिन रविवार को 30 हजार भक्तों ने चरण गंगा में स्नान करने के बाद बेरी साहिब व अन्य स्थानों पर शीश निभाकर अपनी मन्नते मांगी। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार कोई समस्या न हो इसके लिए डेरा प्रबंधकों द्वारा सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रविवार को डेरा बाबा बड़भाग सिंह के मुखिया टिक्का अमरिंदर सोढी ने गद्दी छोड़ पार्क में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। डीजीपी संजय कुंडू ने भी मैड़ी मोहल्ला मेले में हाजिरी भरी।
चिंतपूर्णी मंदिर में 20 हजार भक्त नतमस्तक
चिंतपूर्णी। धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी में रविवार को श्रद्धालुओं का खूब सैलाब उमड़ा। पुराना बस अड्डा से मोगा धर्मशाला तक सड़क भक्तों से भरी रही। मां के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को छह घंटे तक इंतजार करना पड़ा। मंदिर गर्भगृह में गृहरक्षकों को काफी पसीना बहाना पड़ा। रविवार को चिंतपूर्णी में 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।
Next Story