हिमाचल प्रदेश

केंद्र ने दी शिमला में 1540 करोड़ रुपए से बनने वाले रोप-वे को मंजूरी

Renuka Sahu
16 Sep 2022 1:27 AM GMT
Center approves ropeway to be built in Shimla with Rs 1540 crore
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में रज्जू मार्गों जैसे ईको-फ्रेंडली परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में रज्जू मार्गों जैसे ईको-फ्रेंडली परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। विशेषकर, राजधानी शिमला में वाहनों की भीड़ तथा प्रदूषण कम करने के लिए 1546.40 करोड़ रुपए अनुमानित लागत की अभिनव शहरी परिवहन रज्जू मार्ग परियोजना का खाका तैयार किया गया है और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने इसे सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 14.69 किलोमीटर लंबे इस रज्जू मार्ग नेटवर्क में 15 स्टेशन होंगे। तारादेवी मंदिर से आरंभ होने वाले इस रज्जू मार्ग में स्मार्ट पार्किंग, लिफ्ट्स, एस्केलेटर्स और कई अन्य आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजना के वित्त पोषण के लिए प्रदेश सरकार ने न्यू डिवेल्पमेंट बैंक (एनडीबी) के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत कर दिया है और सरकार इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

रोप-वे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डिवेल्पमेंट कॉरपोरेशन (आरटीडीसी) पांच वर्ष में इस परियोजना का कार्य पूरी करेगी और यह परियोजना देश में अपनी तरह की पहली परियोजना होगी। शिमला में रज्जू मार्ग परियोजना का कार्य पूर्ण होने के बाद प्रदेश सरकार धर्मशाला और मनाली में भी इस वैकल्पिक परिवहन प्रणाली विकसित करेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि रज्जू मार्गों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने रोपवे परियोजनाओं को प्राथमिकता वाली परियोजनाओं की सूची में शामिल किया है। रज्जू मार्ग परियोजनाओं के लिए राईट ऑफ वे को एफसीए और ईसी पूर्व पर्यावरण मंजूरी में भी छूट दिलाई गई है। रज्जू मार्गों के किराए में जीएसटी की दर 18 से घटाकर पांच प्रतिशत करवाई गई है। आरआईडीएफ.नाबार्ड के तहत वित्त पोषण के लिए रज्जू मार्गों को पात्र श्रेणी में शामिल करवाया गया है। उन्होंने कहा कि जिला मंडी में पंडोह के पास माता बगलामुखी मंदिर के लिए रज्जू मार्ग योजना देश में आरआईडीएफ.नाबार्ड के माध्यम से वित्त पोषित पहली रज्जू मार्ग परियोजना हैए जिसका कार्य अगले वर्ष 31 मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। जयराम ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में रज्जू मार्गों के विकास के लिए 26 अप्रैल 2022 को केंद्र सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और पर्वतमाला योजना के तहत जिला कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, सिरमौर, शिमला और बिलासपुर में लगभग 60.6 किलोमीटर के रज्जू मार्गों के लिए 2964 करोड़ रुपए की लागत वाली सात परियोजनाएं प्रस्तुत की हैं और इनके क्रियान्वयन का कार्य जारी है।
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