हिमाचल प्रदेश

512.67 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी मामले में CBI ने कसा शिकंजा, हो सकते हैं कई खुलासे

Shantanu Roy
17 Nov 2022 10:05 AM GMT
512.67 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी मामले में CBI ने कसा शिकंजा, हो सकते हैं कई खुलासे
x
बड़ी खबर
शिमला। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 512.67 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मामले में शिंकजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में जांच दायरे में चल रहे लोगों से पूछताछ का दौर जारी है जबकि बीते दिन ही इस मामले में एक निजी कंपनी के प्रबंध निदेशक को गिरफ्तार किया गया है। माना जा रहा है कि पूछताछ में आरोपी से कई खुलासे हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार जांच दायरे में आया निजी कंपनी का प्रबंध निदेशक जांच में सहयोग नहीं कर रहा था, ऐसे में सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में कुछ गवाहों, निजी कंपनी के कर्मियों, बैंक कर्मियों के साथ ही कई अन्य व्यक्तियों से पहले ही पूछताछ हो चुकी है। संबंधित निजी कंपनी मोनोब्लॉक पंप, सबमर्सिबल पंप, बैटरी, इनवर्टर तथा इलैक्ट्रॉनिक सामान के विनिर्माण एवं व्यापार करती है और हरियाणा के सोनीपत व हिमाचल के कालाअंब में इसकी इकाइयां है। सीबीआई मामले की तह खंगालने के लिए हिमाचल में 2 बार दबिश भी दे चुकी है।
6 बैंकों के संघ के साथ हुई है धोखाधड़ी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एसबीआई के नेतृत्व वाले 6 बैंकों के संघ के साथ आरोपियों ने 512.67 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी की है। इस मामले में मंगलपुरी पालम नई दिल्ली की निजी कंपनी तथा निदेशकों व अज्ञात लोगों के खिलाफ वर्ष 2020 में केस दर्ज हुआ था। ये केस दिल्ली में दर्ज हुआ था जबकि करोड़ों की धोखाधड़ी से जुड़े मामले के तार हिमाचल से भी जुड़े हुए हैं।
2017 में एनपीए किया जा चुका घोषित
जांच दायरे में चल रही निजी कंपनी का खाता 27 मार्च, 2017 को एनपीए घोषित किया जा चुका है। सीबीआई ने केस दर्ज करने के बाद आरोपियों के परिसरों में 2 दिसम्बर, 2020 को दबिश भी दी थी। इस दौरान मौके से ऋणी कंपनी की खाता बुक, क्रय-विक्रय विवरण आदि साक्ष्य सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे।
1528.05 करोड़ की धोखाधड़ी में भी जांच जारी
बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 16 बैंकों के संघ के साथ करीब 1528.05 करोड़ की धोखाधड़ी किए जाने से जुड़े मामले की भी सीबीआई जांच कर रही है। इस मामले में भी दिल्ली स्थित एक निजी कंपनी व हिमाचल प्रदेश में उसकी औद्योगिक इकाई तथा प्रमोटर व सीएमडी सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच के तहत कांगड़ा और पांवटा साहिब सहित आरोपियों के विभिन्न परिसरों में दबिश देते हुए अहम रिकाॅर्ड भी कब्जे में लिया जा चुका है।
Next Story