हिमाचल प्रदेश

खेलो इंडिया सेंटर में महिला खिलाड़ी से दुव्र्यवहार का मामला, कर्मचारी पर आरोप

Gulabi Jagat
11 Feb 2023 12:28 PM GMT
खेलो इंडिया सेंटर में महिला खिलाड़ी से दुव्र्यवहार का मामला, कर्मचारी पर आरोप
x
बिलासपुर
जिला बिलासपुर मुख्यालय में स्थित खेलो इंडिया सेंटर की खिलाड़ी से खेल विभाग के कर्मी द्वारा दुव्र्यवहार करने का मामला सामने आया है। छात्रा खिलाड़ी ने खेल विभाग के अधिकारियों को शिकायत सौंपी हैं। साथ ही उचित कार्रवाई नहीं होने पर इस खिलाड़ी ने खेलों इंडिया सेंटर छोडऩे तक की बात कह डाली है। जानकारी के अनुसार बिलासपुर के खेलों इंडिया सेंटर को शुरू हुए अभी कुछ ही समय हुआ है। वहीं, खेलों इंडिया सेंटर में कोच की तैनाती भी हो चुकी है। हर रोज खिलाड़ी यहां पर प्रेटिक्स के लिए पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि महिला खिलाड़ी लुहणू मैदान में प्रैक्टिस कर रही थी। इस दौरान खेल विभाग के एक कर्मी द्वारा रेस्लिंग सिखाने की बात कही और दुव्र्यवहार भी किया। खिलाड़ी ने खेल विभाग को सौंपी शिकायत में कहा है कि यह कर्मी सभी महिला खिलाडिय़ों से अधिकतर इस तरह की हरकतें करता रहता है। महिला खिलाडिय़ों को अपनी पहुंच होने की धौंस दिखाता है।
हालांकि कोच ने इस मसले को लेकर बात की, लेकिन पहले उसने अपने अभिभावकों से घर में यह बात बताई। खिलाड़ी ने खेल विभाग से आग्रह किया है कि इस कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए, अन्यथा वह खेलों इंडिया सेंटर छोड़ देगी। उधर, बताया जा रहा है कि इस तरह का मसला सामने आने के बाद कई खिलाड़ी अब प्रैक्टिस के लिए नहीं पहुंच रही हैं। शिकायत मिलने के बाद विभागीय अधिकारियों की ओर से चार सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई। कमेटी की ओर से दोनों पक्षों की बात सुनी गई। वहीं खेल विभाग ने अपनी रिपोर्ट तैयार खेल निदेशालय को भेजी है, ताकि इस मामले को लेकर उचित कदम उठाए जा सकें। उधर, जिला खेल अधिकारी बिलासपुर रवि शंकर का कहना है कि इस तरह की शिकायत उनके पास आई है। इसके लिए चार लोगों की कमेटी गठित की गई। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंपी है। वहीं, यह रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की गई है।
महिला अधिकारी से छेड़छाड़ की उच्च् स्तरीय जांच
लोक निर्माण विभाग ने एफआईआर दर्ज होने के बाद तय की जांच समिति
विशेष संवाददाता — शिमला
जूनियर महिला अधिकारी से छेड़छाड़ के मामले में लोक निर्माण विभाग ने दोबारा जांच शुरू कर दी है। इसके लिए बकायदा एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट प्रमुख अभियंता को सौंपेंगी। इस रिपोर्ट के आधार पर लोक निर्माण विभाग अधिकारी पर आगामी कार्रवाई कर सकता है। फिलहाल, जूनियर महिला अधिकारी ने अपने उच्चाधिकारी के खिलाफ चिडग़ांव में एफआईआर दर्ज करवाई है। महिला ने आरोप लगाया है कि पिछले साल नौ सितंबर को वह अपने वरिष्ठ अधिकारी के साथ रोहड़ू और मांदली के दौरे पर थी। इस दौरान उन्हें वन विभाग के विश्राम गृह में रुकना पड़ा। वरिष्ठ अधिकारी ने उनके साथ छेड़छाड़ की और उन्हें प्रताडि़त किया।
महिला ने आरोपी अधिकारी पर जातिसूचक शब्द का भी आरोप लगाया है। फिलहाल, सितंबर माह में विभाग के अधिकारियों तक मामले की शिकायत पहुंची थी। उस समय एक जांच समिति का गठन किया गया था। इस जांच समिति के सामने आरोपी अधिकारी और जूनियर महिला ने पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाए थे। इस समिति ने एक-एक तथ्य की जांच के बाद उस समय अधिकारी को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन अब महिला ने गुरुवार को चिडग़ांव थाने में मामले में एफआईआर दर्ज करवा दी है। अब एक बार फिर लोक निर्माण विभाग ने पूरे मामले की जांच दोबारा खोल दी है। लोक निर्माण विभाग की सैक्सुअल ह्रासमेंट कमेटी इस मामले को दोबारा से खंगालेगी। दरअसल, लोक निर्माण विभाग में कार्यरत महिलाओं के अधिकारों को लेकर कमेटी का गठन किया है। अधिशासी अभियंता नीलम गुप्ता इस कमेटी की अध्यक्ष हैं।
मामले की निष्पक्ष जांच
अजय गुप्ता, प्रमुख अभियंता, लोनिवि ने बताया कि लोक निर्माण विभाग पूरे मामले की दोबारा से जांच करेगा। इसके लिए कमेटी का गठन किया गया है। यह मामला विभाग की सैक्सुअल ह्रासमेंट कमेटी के समक्ष भी लाया जाएगा। कोई भी दोष साबित हुआ, तो संबंधित अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। विभाग ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने के आदेश दे दिए हैं।
Next Story