हिमाचल प्रदेश

कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह बोले, पैसे का हेरफेर साबित हुआ तो ले लेंगे राजनीति से सन्यास

Shantanu Roy
13 Nov 2021 3:40 PM GMT
कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह बोले, पैसे का हेरफेर साबित हुआ तो ले लेंगे राजनीति से सन्यास
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हिमाचल की राजनीति में हलचल मचाने वाले चंडीगढ़ एपीसोड (Chandigarh episode) को लेकर हिमाचल सरकार के कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह (Cabinet minister Bikram singh) ने कहा कि यदि एक भी पैसे की हेराफेरी (manipulation of money) सामने आई

जनता से रिश्ता। हिमाचल की राजनीति में हलचल मचाने वाले चंडीगढ़ एपीसोड (Chandigarh episode) को लेकर हिमाचल सरकार के कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह (Cabinet minister Bikram singh) ने कहा कि यदि एक भी पैसे की हेराफेरी (manipulation of money) सामने आई तो वह राजनीति से तुरंत संन्यास (Retirement from politics) ले लेंगे. मंत्री ने कहा कि यह उनको बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. वह पिछले 24 वर्षों से राजनीतिक क्षेत्र में हैं और ईमानदारी के साथ जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं.

बिक्रम सिंह (Bikram Singh) ने कहा कि वह जमीन से जुड़े हुए नेता हैं. उनके परिवार का कोई सदस्य इससे पहले राजनीति में नहीं रहा है. बिक्रम सिंह ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इस प्रकार का विषय कहां से आया और उनका नाम क्यों और किस आधार पर जोड़ा जा रहा है.
पत्रकार वार्ता (Press Conference) के दौरान जब बिक्रम सिंह से इस विषय पर प्रश्न पूछा गया तो पहले उन्होंने पूछा कि क्या कोई आपराधिक मामला दर्ज (criminal case registered) हुआ है. केवल सनसनी फैलाने के उद्देश्य से किया गया काम लगता है. इस मामले में ना तो अभी तक कोई व्यक्ति सामने आया है. ना ही किसी व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है.
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जो विषय घटित नहीं हुआ है, उससे मेरा नाम उछालने का क्या मतलब? उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति में हूं और मेरे ऊपर कभी कोई सवाल नहीं उठा. हैरान हूं कि ऐसे ही आधारहीन विषय को लेकर हवा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले मुझे राजनीति नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
दरअसल, पिछले दिनों चर्चा रही कि सरकारी वाहन में करोड़ों की धनराशि चंडीगढ़ से हिमाचल लाने की बात कही जा रही थी. चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) की ओर से मामले में कोई औपचारिक कार्रवाई (Formal Action) तो नहीं हुई थी, मगर सरकारी वाहन में करोड़ों की नकदी का मुद्दा फिलहाल ठंडे बस्‍ते में चला गया है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये पूरा मामला केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) के संज्ञान में है. विपक्षी कांग्रेस इस मामले को बड़े स्तर पर तूल देने की तैयारी में है.


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