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हिमाचल प्रदेश
विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष खीमी राम कांग्रेस में शामिल
Shantanu Roy
13 July 2022 9:57 AM GMT

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बड़ी खबर
शिमला। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हिमाचल कांग्रेस ने सत्ताधारी दल भाजपा को एक बड़ा झटका दिया है। इसके तहत मंगलवार को भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व धूमल सरकार में वन मंत्री रहे खीमी राम ने दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर प्रदेश सह प्रभारी गुरकिरत सिंह कोटली, अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। कांग्रेस पूरी तरह से चुनावी मोड में आ चुकी है और सबसे पहले पार्टी ने सत्ताधारी दल में ही सेंधमारी कर प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है।
भाजपा ने 2017 के चुनाव में काट दिया था टिकट
बता दें कि कि वर्ष 2003 और 2007 में बंजार चुनाव विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे खीमी राम का भाजपा हाईकमान ने वर्ष 2017 के चुनाव में टिकट काट दिया था। इसके बाद से वे पूरी तरह पर हाशिए पर रहे। टिकट काटे जाने के दौरान किए गए वायदे के अनुरूप सत्ता में आने के बाद न तो उनकी सुध ली गई और न ही कोई ओहदा दिया गया, ऐसे में लंबे समय से रुष्ट चल रहे खीमी राम ने भविष्य की राजनीति को देखते हुए कांग्रेस का दामन थामने का निर्णय लिया है। हालांकि पार्टी नेताओं का दावा है कि वे बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुए हैं। खीमी राम पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष भी रहे।
2012 में हारे थे चुनाव
2 बार के विधायक रहे खीमी राम वर्ष 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री कर्ण सिंह से चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2017 के चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया है और वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी को पार्टी प्रत्याशी बनाया गया। इस चुनाव में शौरी ने कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को 3240 मतों से पराजित किया था। इससे पहले खीमी राम ने वर्ष 2012 के चुनाव में पूर्व मंत्री स्वर्गीय कर्ण सिंह और वर्ष 2012 के चुनाव में पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर से चुनाव जीते थे।
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