हिमाचल प्रदेश

अगले साल से बिछना शुरू होगा भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल ट्रैक

Renuka Sahu
17 April 2022 1:48 AM GMT
अगले साल से बिछना शुरू होगा भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल ट्रैक
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फाइल फोटो 

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के लिए ट्रैक बिछाने का कार्य अगले साल अप्रैल से शुरू होने के आसार हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के लिए ट्रैक बिछाने का कार्य अगले साल अप्रैल से शुरू होने के आसार हैं। रेल विकास निगम पहले चरण में भानुपल्ली से धरोट तक 20 किलोमीटर लंबा ट्रैक बिछाएगा। इसके लिए सात सुरंगों, पांच बड़े और दो छोटे पुलों का कार्य पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2023 रखा है। लक्ष्य पूरा करने से तीन माह पहले ही ट्रैक बिछाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू जाएगी। धरोट तक पुलों और टनल निर्माण पूरा होते ही पहले फेज में ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

सात सुरंगें खोदकर उनके दोनों मुहानों को मिलाने का काम पूरा हो चुका है। इन सुरंगों में अब ट्रैक को बिछाने के लिए कंकरीट बिछाने का कार्य किया जा रहा है। 7,335 करोड़ से बनने वाली सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2025 रखा है। हालांकि तीन दिन पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिलासपुर में कहा कि पीएम मोदी का सपना है कि साल 2024 तक बिलासपुर में रेल खड़ी हो। इस निर्माण के लिए अधिकारियों को जल्द जमीन अधिग्रहण संबंधी मामलों का निपटारा करने के आदेश दिए गए हैं।
जिला उपायुक्त से लेकर पीएमओ तक इस प्रोजेक्ट को रिव्यू कर रहे हैं। रेलवे बोर्ड के संयुक्त महाप्रबंधक अनमोल नागपाल ने बताया कि इस रेललाइन के लिए धरोट तक पुलों और टनलों का कार्य मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। 20 किलोमीटर पर ट्रैक बिछाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने और टेंडर करने की प्रक्रिया भी अगले साल से शुरू हो जाएगी। ट्रैक बिछाने के कार्य में जयादा समय नहीं लगेगा। जैसे ही लाइन क्लीयर होती रहेगी ट्रैक बिछाने का कार्य चलता रहेगा।
20 में से 10 किमी का हिस्सा पंजाब में
बिलासपुर के धरोट तक बनने वाले 20 किमी ट्रैक में 10 किलोमीटर का हिस्सा पंजाब में आएगा। रेल विकास निगम पुलों और टनलों के निर्माण में कोरोना काल में भी जोरशोर से लगा है। अगले साल धरोट तक ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा किया जाएगा। इस ट्रैक पर कितना खर्च होगा, इसका प्राक्कलन टनलों, पुलों का कार्य पूरा होने के बाद तैयार होगा।
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