हिमाचल प्रदेश

लाहौल के कोकसर में हिमस्खलन, ऊना में तूफान से उखड़े पेड़

Shantanu Roy
20 April 2023 9:28 AM GMT
लाहौल के कोकसर में हिमस्खलन, ऊना में तूफान से उखड़े पेड़
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केलांग। लाहौल के कोकसर गांव के सामने की पहाड़ियों में हिमस्खलन हुआ। हालांकि इससे कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन हिमस्खलन से ग्रामीण सहम गए। लगभग 2 मिनट तक पहाड़ी से हिमस्खलन होता रहा। ग्रामीण रतन कटोच व दीपक ने बताया कि हिमस्खलन शाम साढ़े 3 बजे के बाद हुआ। पहाड़ी से हिमस्खलन सरकता हुआ चंद्रा नदी के किनारे जा पहुंचा। मनाली स्थित हिमस्खलन अध्ययन संस्थान (सासे) ने भी लाहौल में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। मनाली व लाहौल के पर्यटन स्थलों में हिमपात हो रहा है। मैदानी क्षेत्रों से मनाली पहुंच रहे पर्यटकों को दिसम्बर व जनवरी जैसी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। उधर, शिमला में ओलावृष्टि तथा ऊना में आंधी से पेड़ उखड़ गए। पठानकोट-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बग्गा के पास शनिवार दोपहर को भूस्खलन हो गया लेकिन मार्ग को 2 घंटे के बाद बहाल कर दिया गया। रोहड़ू व रामपुर के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि से सेब की फसल को नुकसान हुआ है।
ऊना जिले में भी मंगलवार रात्रि तेज आंधी के साथ बारिश हुई। जिले के हिल व्यू कालोनी, झलेड़ा, त्यूड़ी, पनोह, बदोली, रैंसरी व कोटला खुर्द में तेज आंधी से पेड़ गिर गए। कई स्थानों पर तो पेड़ जड़ों से ही उखड़ गए। कई गांवों में बिजली की तारों पर भी पेड़ गिर गए, जिससे घंटों तक बिजली आपूर्ति बंद रही। इसी के साथ तप रहे जिले के तापमान में 7.8 डिग्री सैल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 33.2 दर्ज किया गया। बीबीएन में बारिश से किसानों की कटी हुई फसल गीली हो गई, जिससे कटाई का कार्य रुक गया है। मौसम विभाग ने आगामी 2 दिनों के लिए बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंद्र पाल ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ अब एक चक्रवाती संचलन के रूप में देखा गया है और प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान व आसपास के पंजाब में बना हुआ है, जिससे राज्य में 2 दिन यैलो अलर्ट रहेगा। इस दौरान अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश व हिमपात हो सकता है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार शाम तक प्रदेश में 59 ट्रांसफार्मर, 10 सड़कें और 4 पेयजल योजनाएं ठप्प चल रही हैं।
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