हिमाचल प्रदेश

सहायक लोक संपर्क अधिकारी ने कैमरे में किया कैद, लाहुल-स्पीति के रिहायशी इलाकों में पहुंचे स्नो लैपर्ड

Gulabi Jagat
24 Jan 2023 12:20 PM GMT
सहायक लोक संपर्क अधिकारी ने कैमरे में किया कैद, लाहुल-स्पीति के रिहायशी इलाकों में पहुंचे स्नो लैपर्ड
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केलांग
प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में बर्फबारी के साथ ही स्नो लैपर्ड भी रिहायशी इलाकों की ओर आ गए हैं। ऐसे ही एक बर्फानी तेंदुए को लोगों के घर के पास कैमरे में कैद किया गया है। विलुप्त श्रेणी के इस जानवर को रिहायशी इलाकों के आसपास विचरते हुए एक सरकारी अधिकारी ने अपने कैमरे में कैद किया। बर्फानी तेंदुआ दुनिया के उन गिने चुने जानवरों की श्रेणी में शुमार है, जिनकी प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है। हिमाचल में चीन बॉर्डर से सटी स्पीति घाटी में बर्फानी तेंदुए को देखने के लिए हर साल हजारों की तादाद में सैलानी यहां पहुंचते हैं। दिसंबर से मार्च महीने के बीच बर्फबारी के बाद यह जानवर पहाड़ों से उतर कर रिहायशी इलाकों के आसपास पहुंच जाते हैं।
काजा में लोक संपर्क विभाग में बतौर सहायक लोक संपर्क अधिकारी अजय बनियाल ने चिचम गांव के समीप एक नाले में स्नो लेपर्ड को अपने कैमरे में कैद किया है। स्पीति घाटी में स्नो लेपर्ड विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने का एक बेहतर विकल्प बन गया है। होम स्टे में रुकने वाले पर्यटकों को एक दिन स्नो लैपर्ड का दीदार करवाया जा रहा है, जिससे स्थानीय टूरिस्ट गाइड को रोजगार मिल रहा है। हिमाचल में फिलहाल 73 स्नो लैपर्ड हैं। लैपर्ड नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन संस्था ने साल 2021 में स्नो लैपर्ड की संख्या जारी की थी। यह सर्वे साल 2018 में शुरू किया गया। किन्नौर और पांगी में भी स्नो लैपर्ड देखे जाते हैं, लेकिन स्पीति में स्नो लैपर्ड की संख्या करीब 26 है। एनसीएफ के वैज्ञानिक डा. अजय बिजूर का कहना है कि हिमाचल में 284 कैमरे लगाए गए थे। सर्वे में 73 स्नो लेपर्ड पाए गए गए। इसमें शावकों की संख्या को शामिल नहीं किया गया है। सर्वे के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में साल दर साल स्नो लैपर्ड की संख्या बढ़ रही है। (एचडीएम)
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