- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- शिमला व सोलन की फल...
हिमाचल प्रदेश
शिमला व सोलन की फल मंडियों में नहीं बिका सेब, हड़ताल पर रहे आढ़ती
Shantanu Roy
21 July 2023 9:49 AM GMT
x
शिमला। जिला शिमला व सोलन की फल मंडियों में वीरवार को सेब नहीं बिका। दिनभर इन फल मंडियों के आढ़ती हड़ताल पर रहे। इससे किसानों व बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि बागवानों की फसल तैयार है तथा कुछ ने सेब का तुड़ान कर गोदाम में रखा है व कुछ की पेटियां सड़कों में पड़ी हैं। इसके अलावा वीरवार को कुछ सेब से लदे वाहन फल मंडियों में पहुंचे। उधर वेट के हिसाब से सेब खरीदने व बेचने को लेकर बागवानी संगठन व आढ़ती आमने-सामने आ गए हैं। बागवानी संगठन जहां सेब को वेट के हिसाब से खरीदने व बेचने के निर्णय का स्वागत कर रहे हैं, वहीं आढ़ती फल मंडियों में स्थान की कमी का हवाला देकर इसमें असमर्थता जता रहे हैं तथा पहले की तरह गड के आधार पर सेब बेचने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। वीरवार को परवाणू, सोलन, भट्टाकुफर, पराला व नारकंडा की फल मंडी में आढ़ती दिनभर हड़ताल पर रहे। सुबह से ही मंडी में आढ़ती व लदानी सेब खरीदने नहीं आए। इस कारण फल मंडी के बाहर सेब लेकर पहुंचे वाहनों की कतारें लगी रहीं।
संयुक्त किसान मंच ने वेट के हिसाब से सेब को बेचने व खरीदने के निर्णय पर सरकार का समर्थन किया है। मंच के संयोजक हरीश चौहान, सह संयोजक संजय चौहान, सोहन ठाकुर, दीपक सिंघा व अन्य बागवानी संगठनों के नेताओं ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में आढ़तियों की हड़ताल को राजनीति से प्रेरित करार दिया तथा कहा कि कुछ चुनिंदा लोगों के उकसावे में आढ़तियों ने गैर-कानूनी हड़ताल की है। उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़े कुछ लोगों ने पराला में ऐसी परिस्थतियां पैदा की हैं। उन्होंने सरकार से उन आढ़तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है जो सरकारी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, साथ ही इन आढ़तियों के लाइसैंस रद्द करने की भी मांग की है। हरीश चौहान ने कहा कि सरकार बागवानों के उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाने की समस्या का समाधान करे तथा वेट के हिसाब से सेब बेचने के निर्णय को वापस न ले। उन्होंने कहा कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो बागवान दूसरे राज्यों की मंडियों में पलायन करेंगे। सोहन ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग सरकार को बैकफुट पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। बागवान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि आढ़तियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो उनके समक्ष आंदोलन व न्यायालय जाने का विकल्प खुला है।
Tagsदिन की बड़ी ख़बरअपराध खबरजनता से रिश्ता खबरदेशभर की बड़ी खबरताज़ा समाचारआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरजनता से रिश्ताबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार खबरहिंदी समाचारआज का समाचारबड़ा समाचारनया समाचारदैनिक समाचारब्रेकिंग न्यूजBig news of the daycrime newspublic relation newscountrywide big newslatest newstoday's big newstoday's important newsHindi newsrelationship with publicbig newscountry-world newsstate wise newshindi newstoday's newsnew newsdaily newsbreaking news
Shantanu Roy
Next Story