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शिमला, 22 अक्तूबर : हिमाचल के यूथ आइकॉन व केंद्रीय सूचना प्रसारण व युवा सेवा व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को अभी मुख्यमंत्री बनने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। उनके सितारे अभी केंद्र की राजनीति में उज्जवल है। गूगल से प्राप्त उनकी जन्म कुंडली में युवा अवस्था से ही राजनीती के कई जबरदस्त योग बने हुए हैं। धन लग्न में 24 अक्तूबर 1974 को हमीरपुर में जन्मे अनुराग ठाकुर पिछले जन्म के अच्छे कर्मों का शानदार राजयोग भोग रहे हैं।
धन लग्न में जन्मे व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति बेहद संजीदा होते हैं। ये स्पोर्ट्स लवर भी होते हैं। धन लग्न का स्वामी बृहस्पति उनकी कुंडली में तृतीय पराक्रम भाव में बैठा है। जिसने उन्हें सुंदर व्यक्तित्व, दृढ़ निश्चिय साथ ही मेहनती व्यक्ति बनाया। चौथे भाव का मालिक होने के चलते वह जनता में लोकप्रिय हुए साथ ही उनकी जनसभाओं में आपार भीड़ उमड़ने के योग कारक भी हुए।
जीवन में वह शानदार वाहन सुख भी भोगेंगे। पाश्चात्य ज्योतिष व न्यूमरोलॉजी के अनुसार उनका मूलांक 6 है। जिसके स्वामी शुक्र है। शुक्र को धन, वैभव व ग्लैमर देने वाला ग्रह माना जाता है। जो उनके जीवन में भरपूर है। उन्हें अपनी मां के प्रति भी विशेष स्नेह रहेगा।
अब बात करते है उनकी कुंडली में बैठे अन्य राजयोग कारक ग्रहों की…
अनुराग की कुंडली में एकादश भाव जिसे लाभ का भाव भी कहा जाता है, 4 ग्रह उत्तम स्थिति में बैठे हुए हैं। शुक्र ने अपनी ही तुला राशि में बैठकर मालव्य योग का निर्माण किया है। यह पंच महापुरुष योगों में से एक है। इसके अलावा बुद्धि, वाणी व राजदरबार का मालिक बुध सूर्य के साथ एकादश में ही स्थित है।
हालांकि यहां सूर्य नीच का है मगर बुध के साथ मिलकर उसने यहां बुधादित्य योग का निर्माण किया है। इसी घर में मंगल बैठा है। मंगल पंचमेश का स्वामी होकर एकादश में बैठने से उन्हें शानदार आईक्यू प्रदान कर रहा है। साथ ही खेलों के प्रति लगाव, लाभ व उच्च कोटि के पद प्राप्ति के योग बनाता है। उन्हें जमीनों से लाभ रहेगा साथ ही सेना में ऊंचा पद मिलने की ओर इशारा कर रहा है।
अनुराग ठाकुर मंगल की वजह से टेरिटोरियल आर्मी में कैप्टन के पद पर भी आसीन हुए है। चूंकि मंगल व बृहस्पति शानदार पोजीशन में है। जिसके चलते उन्हें पुत्र प्राप्ति के योग बने है। उनके पुत्र भी बुद्धिमान होंगे। पिता का कारक ग्रह सूर्य नीच होने के कारण उनके पिता को राजनीति में हानि का संकेत करता है। शायद इस वजह से धूमल तीसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। हालांकि उनके लिए सूर्य इतना घातक नहीं है।
इसके अलावा उनके दूसरे घर में चन्द्रमा ने उन्हें धनवान व ओजस्वी वक्ता बनाया है। छठे घर में केतु होने से वह शत्रुओं से थोड़े परेशान रहेंगे। मगर बृस्पति की चौथी दृष्टि पड़ने से वह शत्रुओं को रणनीति बनाकर परास्त करेंगे। स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतें रह सकती है। उनको अपने गले का विशेष ध्यान रखना होगा। राहु 12 भाव में होने के चलते उन्हें थोड़ा अपव्य व बुरे व्यसनों से बचने की आवश्यकता है।
अभी तक क्यों नहीं बन पाए मुख्यमंत्री…
अनुराग ठाकुर की कुंडली में 16 जून 2018 से शनि की विशोत्तरी महादशा चल रही है। साथ ही धन लग्न होने के कारण उन्हें शनि की उतरती साढ़ेसती का भी सामना करना पड़ रहा है। अगले वर्ष उनका लग्न साढ़ेसती से मुक्त हो जाएगा। जिसके बाद उनका मुख्यमंत्री बनने का मार्ग आसान होगा। उन्हें फ़िलहाल शनि के लिए दान इत्यादि करने की आवश्यकता है। साथ ही हरिद्वार में जाकर गंगा में स्नान कर तुलादान करने की जरूरत है। उन्हें काले कपड़े पहनने से परहेज करना होगा। मस्तक पर केसर का तिलक लगाना जरुरी है।
साथ ही मांसाहारी भोजन से बचने व मदिरा इत्यादि के सेवन से परहेज करना होगा। उनके लक्की स्टोन में सफेद पुखराज व उच्च कोटि का इटालियन लाल मूंगा शामिल है। जैसे ही शनि की साढ़ेसती धन से कुंभ में प्रवेश करेगी। अनुराग ठाकुर के सितारे राजनीति में उनकी तमाम महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति करने वाले साबित होंगे। उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त होगी।
Gulabi Jagat
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