हिमाचल प्रदेश

बंद कमरे में नड्डा से मिले अनिल शर्मा, हमीरपुर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी थे मौजूद, देर तक चली गुफ्तगू

Renuka Sahu
3 Oct 2022 1:55 AM GMT
Anil Sharma met Nadda in a closed room, Chief Minister Jai Ram Thakur was also present in Hamirpur, the talk lasted for a long time
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न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

मिशन रिपीट और रिवाज बदलने का संकल्प लेकर चली भाजपा इस बार कांग्रेस संगठन में बड़े स्तर पर सेंध लगाने की तैयारी में नजर आ रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मिशन रिपीट और रिवाज बदलने का संकल्प लेकर चली भाजपा इस बार कांग्रेस संगठन में बड़े स्तर पर सेंध लगाने की तैयारी में नजर आ रही है। मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा की पिछले दिनों एकाएक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बढ़ी नजदिकियों के बाद रविवार को अचानक अनिल शर्मा को नड्डा के कार्यक्रम में देख सभी चौंक गए, क्योंकि चुनाव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह राज्य में होने हैं ऐसे में चुनावों की हर एक्टिविटी पर उनका दखल रहेगा। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता। नड्डा के इस दखल का प्रमाण है कि हमीरपुर जिला में आयोजित भाजपा की बैठक के दौरान मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा हमीरपुर पहुुंचे और जेपी नड्डा के साथ आधे घंटे तक बंद कमरे में उन्होंने मुलाकात की। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्य चुनाव प्रभारी सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप मौजूद रहे। सीएम के बाद अब नड्डा के साथ अनिल शर्मा की बैठक के बाद उनके बेटे आश्रय शर्मा के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जाने लगे हैं।

लंबे समय से सीएम और भाजपा से खफा चल रहे विधायक अनिल शर्मा चुनावों के नजदीक फिर भाजपा के करीब दिख रहे हैं। ऐसे में मंडी जिला में पंडित सुखराम के परिवार के बिना ही कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनावों में उतरने के आसार नजर आ रहे है। फिलहाल दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पुत्र आश्रय शर्मा कांग्रेस में है। बताते चलें कि आश्रय शर्मा ने पिछला लोकसभा चुनाव मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम बेशक इस दुनिया में नहीं है लेकिन दोनों परिवारों में सियासी दरार आज भी बरकरार है। दोनों परिवारों में यह सियासी उलझन आए दिन जगजाहिर हो रही है। यही वजह है कि पिछले दिनों पंडित सुखराम के पोस्टर फाड़े जाने के आरोप आश्रय शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए लगाए थे।
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