हिमाचल प्रदेश

टिकट बंटने के बाद भाजपा व कांग्रेस में उठने लगे बगावती सुर

Gulabi Jagat
19 Oct 2022 4:29 PM GMT
टिकट बंटने के बाद भाजपा व कांग्रेस में उठने लगे बगावती सुर
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शिमला, 19 अक्टूबर : हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के ज्यादातर उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद दोनों दलों में बगावत के सुर भी उठने लगे हैं। प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों में टिकट न मिलने से नाराज भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने बगावती सुर बुलंद कर दिए हैं। ऐसे में दोनों दलों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दरअसल भाजपा द्वारा घोषित 62 उम्मीदवारों की सूची में 11 सिटिंग विधायकों के टिकट कट गए हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस ने 46 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें पिछला चुनाव लड़ चुके कई नेताओं को मौका नहीं दिया गया है।
बंजार से पूर्व मंत्री कर्ण सिंह के बेटे आदित्य बिक्रम सिंह ने टिकट न मिलने से कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। बंजार से कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष खिमी राम को टिकट दी है।
इसी तरह चौपाल से कांग्रेस की टिकट रजनीश किमता को मिलने से पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट भी आज़ाद उम्मीदवार उतरने का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने सोशल मीडिया में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला पर भी निशाना साधा है।
ठियोग सीट से कांग्रेस का दामन थामने के बाद टिकट न मिलने से इंदू वर्मा का गुस्सा भी सातवें आसमान पर है। इंदू वर्मा पूर्व दिवंगत भाजपा विधायक राकेश वर्मा की पत्नी हैं। कुछ माह पहले वह भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई थीं।
भाजपा के कद्दावर मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की जगह उनके बेटे रजत ठाकुर को टिकट मिलने से महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया ने प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा महामंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह एक अन्य मंत्री सुरेश भारद्वाज का टिकट बदलने से शिमला शहर के कुछ भाजपा कार्यकर्ता नाराज हैं, और सामूहिक इस्तीफे देने की रणनीति बना रहे हैं।
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए दो सिटिंग विधायकों पवन काजल और लखविंदर राणा को क्रमशः कांगड़ा व नालागढ़ से भाजपा की टिकट मिलने पर स्थानीय भाजपाइयों में आक्रोश है। जुब्बल-कोटखाई से चेतन बरागटा को भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर पूर्व प्रत्याशी नीलम सरैक भी नाराज है। एक साल पहले इस सीट पर हुए उपचुनाव में चेतन बरागटा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। भाजपा ने बगावत करने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उनकी हाल ही में भाजपा में वापसी हुई है।
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