हिमाचल प्रदेश

मंडी शिवरात्रि महोत्सव को लेकर प्रशासन का फैसला, दस साल बाद सेरी पर सजेंगी संध्याएं

Gulabi Jagat
25 Jan 2023 10:55 AM GMT
मंडी शिवरात्रि महोत्सव को लेकर प्रशासन का फैसला, दस साल बाद सेरी पर सजेंगी संध्याएं
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मंडी
इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में ऐतिहासिक सेरी मंच की रौनक दस वर्षों बाद फिर से लौट कर आएगी। दस वर्षों बाद इस बार फिर से सेरी मंच पर गीत संगीत, नृत्य और हिमाचली फनकारों के तराने छिड़ेंगे। एक बार फिर से ऐतिहासिक सेरी मंच अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की संध्याओं में हजारों की भीड़ और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों का गवाह बनेगा। शिवरात्रि महोत्सव की आयोजन समिति की आम सभा की बैठक ने दस वर्षों बाद इस फैसले पर मोहर लगा दी है। पहली बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव आयोजन समिति की आम सभा की बैठक की मंगलवार को अध्यक्षता कर रहे धर्मपुर से कांग्रेस के विधायक चंद्रशेखर ने इस ऐतिहासिक निर्णय को अमलीजामा पहनाया है। पूर्व में मंडी से मुख्यमंत्री एवं भाजपा सरकार भी जनता की मांग के बाबजूद इसे लेकर कोई निर्णय नहीं कर सकी थी, लेकिन मंगलवार को इस मांग को ध्वनीमत से स्वीकृत देकर पारित कर दिया गया। विधायक चंद्रशेखर ने इस निर्णय को प्रदेश की सुक्खू सरकार में व्यवस्था परिवर्तन की पहल करार दिया है। इस एक निर्णय से न सिर्फ जनभावनाओं का सम्मान हुआ है, बल्कि आयोजन समिति व प्रशासन के भी लगभग दस लाख रुपए की बचत होगी।
मंडी के सेरी पर मंच पहले से बना बनाया है और बैठने का भी उचित प्रबंध है। जबकि पड्डल में यह सारे इंतजाम करने पड़ते थे, जिससे धन की भी बचत होगी। हालांकि इससे शहर में शिवरात्रि महोत्सव के दौरान जाम की जरूर समस्या पैदा होगी। बता दें कि 2012 तक अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याएं सेरी मंच पर ही होती रही हैं। 2013 में प्रशासन ने कई कारण बताते हुए सेरी मंच से सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन पड्डल मैदान में बदल दिया था, जिसका उस समय शहर की जनता ने काफी विरोध भी किया था। इसे लेकर लोगों ने आंदोलन तक भी किया था, लेकिन इसके बाद भी इस निर्णय को प्रशासन ने नहीं बदला था। हालांकि जिस समय इस निर्णय को लिया गया, उस समय प्रदेश में कांग्रेस सरकार ही थी और मंडी से कांग्रेस के दिग्गज नेता कौल सिंह ठाकुर ने बतौर मंत्री रहते हुए इस निर्णय के अपनी सहमति दी थी। इसके बाद भाजपा सरकार आने पर लोगों को सेरी मंच की रौनक लौटने की उम्मीद बंधी थी, लेकिन पांच वर्षो में पूर्व जयराम सरकार भी सेरी मंच की रौनक वापस नहीं ला सकी। इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 19 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक मनाया जाएगा। वहीं आम सभा को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव को देव परंपराओं के अनुरूप और भव्य रूप से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से देवी देवताओं और बजंतरियों का नजराना बढ़ाने का भी आग्रह किया जाएगा। आम सभा की बैठक में जिला उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने प्रशासन की तेयारियों का भी ब्यौरा दिया। (एचडीएम)
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