- Home
- /
- राज्य
- /
- हिमाचल प्रदेश
- /
- अडानी ने स्थानांतरित...

x
शिमला, हिमाचल (Himachal) में अडानी सीमेंट (Adani Cement) का विवाद थमता नजर नही आ रहा है। अडानी सीमेंट की दाड़लाघाट और गगल इकाइयों से कर्मचारियों को रविवार को उत्तरी क्षेत्र के संयंत्रों में 143 कर्मचारियों को स्थानांतरित कर दिया गया है। स्थानांतरित होने वाले कर्मचारियों से भरी दो बसों को आज रवाना किया गया। मुख्य रूप से कच्चे माल और तैयार उत्पादों की उच्च परिवहन लागत और सीमेंट तथा क्लिंकर की बढ़ती परिचालन लागत के कारण अडानी सीमेंट को बाध्यकारी परिस्थितियों में अपने कामकाज को स्थगित करना पड़ा है। संयंत्रों के बंद होने के बाद कर्मचारियों के सामने सबसे बड़ा संकट अपनी आजीविका की रक्षा करना होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने कर्मचारियों के हितों की रक्षा करते हुए दाड़लाघाट के 85 से अधिक कर्मचारियों और गगल इकाइयों के 58 कर्मचारियों को उत्तरी क्षेत्र में अडानी सीमेंट के नजदीकी संयंत्रों में भेज दिया है। इन कर्मचारियों का नियोजित स्थानांतरण तुरंत तीन ग्राइंडिंग प्लांट्स (रोपड़, बठिंडा और नालागढ़) और तीन इंटीग्रेटेड प्लांट्स (मारवाड़ मूंडवा, राबरियावास और लाखेरी) को प्रभावित करेगा। उत्पादन, रखरखाव और गुणवत्ता जैसे परिचालन क्षेत्रों के लोगों को विभिन्न स्थानों पर पुनर्नियुक्त किया जा रहा है। अडानी सीमेंट हिमाचल प्रदेश में ट्रक यूनियनों (unions) के अड़ियल रुख के कारण पैदा हुई स्थिति से बेहद दुखी है। प्रदेश में अडानी सीमेंट की कंपनियों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कंपनी लगातार गंभीर प्रयास कर रही है। गगल और दाड़लाघाट के दोनों संयंत्रों पर बाजार में टिके रहने के लिए परिचालन की लागत कम करने का गंभीर दबाव है। ट्रक यूनियनों से बार-बार गुहार लगाने और जिला प्रशासन को सूचित करते हुए, कंपनी हमारे माल और सामग्री (सीमेंट, क्लिंकर और कच्चे माल) के परिवहन के लिए माल ढुलाई लागत में कमी का अनुरोध करती रही है।
Source : Hamara Mahanagar
{जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।}
Next Story