हिमाचल प्रदेश

अडानी ग्रुप की बीडीटीएस के साथ बेनतीजा रही बैठक, आज फिर वार्ता के लिए बुलाया

Shantanu Roy
9 Feb 2023 10:52 AM GMT
अडानी ग्रुप की बीडीटीएस के साथ बेनतीजा रही बैठक, आज फिर वार्ता के लिए बुलाया
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बरमाणा। अडानी ग्रुप एवं बीडीटीएस कार्यकारिणी के बीच मंगलवार को सीमैंट ढुलाई रेट को लेकर एसीसी सतलुज सदन में की गई बैठक बेनतीजा रही। कार्यकारिणी प्रधान राकेश ठाकुर ने बताया कि अडानी ग्रुप 6 और 8 के बीच अड़े रहे, वहीं पर बीडीटीएस कार्यकारिणी 10.20 रुपए की दर से नीचे ढुलाई का कार्य लेने को कतई तैयार नहीं हुई। पंजाब में डंप खुलवाने को भी अडानी ग्रुप तैयार नहीं हुआ। डिस्पैच को लेकर भी घाटे की बात बीडीटीएस को मान्य नहीं। एसीसी सतलुज सदन में हुई बैठक में अडानी ग्रुप के नॉर्थ इंडिया के लॉजिस्टिक हैड नीलेश श्रीवास्तव, एसीसी प्लांट हैड अमिताभ सिंह, लॉजिस्टिक हैड अभी उदय बाजपेयी, सीएसआर मैनेजर हितेंद्र कपूर और बीडीटीएस कार्यकारणी के 21 सदस्य उपस्थित थे। इसके बाद बीडीटीएस कार्यकारिणी सदस्यों ने बुधवार को आगामी रणनीति बनाकर आंदोलन जारी रखने की बात कही। उधर, दाड़लाघाट में सरकार के कड़े रुख को देखते हुए अडानी ग्रुप ने ट्रक ऑप्रेटर्ज को बुधवार को वार्ता के लिए बुलाया है। ट्रक ऑप्रेटर्ज ने अपना ऑफर रद्द किया।
अब पुराने फार्मूले के तहत ही मालभाड़ा तय किया जाएगा। एडीकेएम के पूर्व प्रधान बालक राम शर्मा ने बताया कि अडानी ग्रुप की ओर से बुधवार को वार्ता के लिए बुलाया है। आशा है कि इस वार्ता में सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। बाघल लैंड लूजर के पूर्व प्रधान रामकृष्ण शर्मा ने बताया कि मंगलवार को कोर कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि अब ट्रक ऑप्रेटर के मालभाड़े का रेट पुराने फार्मूले के तहत ही तय किया जाएगा जो पुराने फार्मूले के तहत 13.42 पैसे बनता है। ट्रक ऑप्रेटर्ज की कोर कमेटी ने वार्ता के लिए मंगलवार को बैठक कर अपनी रणनीति तैयार कर ली है। कोर कमेटी ने तय किया कि अडानी गु्रप के साथ हुई हर वार्ता विफल हुई है और अडानी ग्रुप को पहले दिया मालभाड़े का ऑफर रद्द किया जाए और अब पुराने फार्मूले के तहत ही मालभाड़ा तय किया जाएगा। उधर, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अडानी की कंपनियों से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। न ही उनके हम दस्तावेज चैक कर रहे हैं। हमें तो सिर्फ यह है कि अडानी ग्रुप अपनी फैक्टरियां चलाए और ट्रक यूनियन के मसले को हल करे। शीघ्र ही ट्रक यूनियन और सीमैंट फैक्टरियों के विवाद को हल किया जाएगा। दोनों पक्षों में अब सीधी बात हो रही है। जब आपस में सीधा संवाद हो तो मसले तुरंत हल हो जाते हैं।
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