हिमाचल प्रदेश

हिमलैंड के पास भूस्खलन की चपेट में आए 6 वाहन, हीरानगर में निर्माणाधीन भवन को खतरा

Shantanu Roy
18 Aug 2022 9:02 AM GMT
हिमलैंड के पास भूस्खलन की चपेट में आए 6 वाहन, हीरानगर में निर्माणाधीन भवन को खतरा
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बड़ी खबर
शिमला। शिमला में मंगलवार रात को हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। शहर में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है व पेड़ गिरे हैं। शहर के हिमलैंड के समीप भूस्खलन होने से मलबा सड़क पर आ गया, साथ ही सड़क किनारे पार्क वाहन मलबे की चपेट में आ गए। वहीं यहां पर पेड़ भी गिरा है। इससे सड़क यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रही। करीब 6 वाहन मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और सड़क को बहाल करने में जुटी। इस बीच वाहनों को खलीणी बाईपास रोड से भेजा गया। कई घंटों तक सड़क बंद रही, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। वहीं डीसी ऑफिस को आने वाले रास्ते में भी पेड़ गिरने से रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया।
इससे डीसी ऑफिस की ओर आने वाले वाहनों को सुबह साढ़े 9 बजे तक रोक दिया गया। उधर, टॉलैंड के पास पेड़ गिरने से रास्ता बंद होने के बाद खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। उन्हें बाईपास या सील्ड रोड से होकर स्कूल जाना पड़ा। इसके अलावा आईजीएमसी के नीचे नाले पर भूस्खलन होने से सड़क बंद हो गई थी। इसे खोलने का काम भी शुरू कर दिया गया था। वहीं शहर के उपनगर टुटू के साथ लगते हीरानगर में शारोग में भूस्खलन होने से सड़क बंद हो गई है। बीते दिनों भी इस मार्ग पर भूस्खलन होने से रोड बंद हो गया था लेकिन दोबारा यहां पर भूस्खलन हुआ और सड़क का मलबा साथ लगते भवन पर जा गिरा, जिससे निर्माणाधीन भवन भी खतरे की जद में आ गया है।
ट्राले फंसने से कुफरी से लेकर ढली मंडी तक लगा जाम
बारिश के बाद कुफरी के समीप हसन वैली में 2 ट्राला शिमला की ओर आने वाले रास्ते में हसन वैली के पास सड़क में फंस गए थे। इस कारण सेब की फसल को मंडी ला रहे वाहनों की लंबी कतारें दोनों तरफ लग गईं थीं। सुबह 11 बजे तक जाम लगा रहा। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने इन दोनों ट्रालों को सड़क के किनारे करवाकर ट्रैफिक को बहाल करवाया। जाम के चलते ढली मंडी फसल लेकर आने वाले बागवानों कोपरेशानी का सामना करना पड़ा।
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