हिमाचल प्रदेश

41 फीसदी नवनिर्वाचित विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज

Shantanu Roy
10 Dec 2022 9:53 AM GMT
41 फीसदी नवनिर्वाचित विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज
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बड़ी खबर
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में चुनकर आए 41 फीसदी विधायकों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानि 68 नवनिर्वाचित विधायकों में से 28 विजेता विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं जबकि वर्ष 2017 में 68 में से 22 (32 फीसदी) विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए थे। इसके अलावा 12 यानि 18 फीसदी नए चुन कर आए विधायकों के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि वर्ष 2017 में चुनकर आए 12 फीसदी विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। यह खुलासा हिमाचल प्रदेश इलैक्शन वॉच तथा एसोसिएशन फॉर डैमोक्रेटिक रिफॉम्र्स की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 1 विजेता प्रत्याशी ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामला तथा 1 ने अपने ऊपर हत्या से संबंधित मामला घोषित किया है। कांग्रेस के 40 में से 23 (58 फीसदी) विधायकों तथा भाजपा के 25 में से 5 (20 फीसदी) विजेता विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इसी तरह कांग्रेस के 40 में से 9 (23 फीसदी) व भाजपा के 25 में से 3 (12 फीसदी) विजेता विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
विधानसभा पहुंचे 93 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति
राज्य विधानसभा चुनावों में जीते 68 विधायकों में से 63 (93 फीसदी) विधायक करोड़पति हैं, जबकि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में 52 विधायक करोड़पति थे। वर्तमान में हुए चुनावों में कांग्रेस के जीतकर आए 40 विधायकों में से 38 (95 फीसदी) तथा भाजपा के 25 में से 22 (88 फीसदी) विजेता विधायक करोड़ पति हैं। जबकि 100 फीसदी निर्दलीय विजेता विधायक यानि सभी तीनों निर्दलीय विजेता विधायक करोड़पति हैं। यानि इन विधायकों ने अपनी संपत्ति 1 करोड़ से अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 68 विजेता विधायकों में से 34 विधायकों की संपत्ति 5 करोड़ से अधिक, 22 की संपत्ति 2 से 5 करोड़ 9 विधायकों की संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़ के बीच में है। नए चुन कर आए मात्र 2 विधायकों की संपत्ति 50 लाख से भी कम है। राज्य विधानसभा में चुन कर आए विधायकों की औसतन संपत्ति 13.26 करोड़ रुपए है, वहीं कांग्रेस के 40 विजेता प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 14.25 करोड़ रुपए, भाजपा के विजेता प्रत्याशियों की 12.42 करोड़ तथा 3 निर्दलीय विजेता प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 7.09 करोड़ रुपए है।
सबसे अमीर 10 विजेता प्रत्याशी
विधानसभा चुनावों में जीतकर आए प्रत्याशियों में से सबसे अमीर भाजपा के चौपाल से जीतकर आए प्रत्याशी बलबीर वर्मा हैं। उनकी कुल संपत्ति 128 करोड़ से अधिक है। दूसरे नंबर पर शिमला ग्रामीण से जीतकर आए कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह हंै। जिनकी कुल संपत्ति 101 करोड़ रुपए से अधिक तथा तीसरे नंबर पर नगरोटा से जीतकर आए कांग्रेस के आर.एस. बाली हैं। बाली की कुल संपत्ति 92 करोड़ से अधिक है। इसके अलावा दून से राम कुमार की 73 करोड़ से अधिक, मंडी से अनिल शर्मा की 57 करोड़ से अधिक, सुजानपुर से राजिंद्र राणा की 33 करोड़ से अधिक, पालमपुर से आशीष बुटेल की 30 करोड़ से अधिक, जोगिंद्रनगर से प्रकाश पे्रम कुमार की 25 करोड़ से अधिक, मनाली से भुवनेश्वर गौड़ की 24 करोड़ से अधिक तथा कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर की 24 करोड़ से अधिक संपत्ति है।
सबसे कम संपत्ति वाले 10 विजेता
चुनावों में आनी से जीतकर आए भाजपा प्रत्याशी लोकिंद्र कुमार सबसे कम संपत्ति के मालिक हैं। उनके पास 29 लाख 9 हजार की कुल संपत्ति है। इसके अलावा धर्मपुर से कांग्रेस प्रत्याशी चंद्र शेखर के पास 45 लाख से अधिक तथा सरकाघाट से भाजपा प्रत्याशी दलीप ठाकुर के पास 66 लाख रुपए से अधिक संपत्ति है। इसके अलावा भोरंज सुरेश कुमार की 71 लाख से अधिक, बंजार से सुरेंद्र शौरी की 89 लाख से अधिक, नाहन से अजय सोलंकी की 1 करोड़ से अधिक, पच्छाद से रीना की 1 करोड़ से अधिक, इंदौरा से महेंद्र राजन की 1 करोड़ से अधिक, घुमारवीं से राजेश धर्माणी के पास 1 करोड़ से अधिक तथा द्रंग से पूर्ण चंद के पास भी 1 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
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