हिमाचल प्रदेश

राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में हिमाचल से 36 जनप्रतिनिधियों ने लिया भाग

Shantanu Roy
17 Jun 2023 9:23 AM GMT
राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में हिमाचल से 36 जनप्रतिनिधियों ने लिया भाग
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शिमला। एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्मैंट पूणे द्वारा मुंबई के जियो कन्वेनशन सैंटर बांद्रा-कुर्ला में आयोजित प्रथम राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन भारत 2023 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया समेत 36 जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें मंत्री हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर व अनिरूद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा तथा संजय अवस्थी भी शामिल हुए। इसके साथ ही विधायक विपिन सिंह परमार, राजेंद्र राणा, सतपाल सिंह सत्ती, संजय रत्न, केवल सिंह पठानिया, हरीश जनारथा, सुरेद्र शौरी, रीना कश्यप, सुदर्शन सिंह बबलु, होशियार सिंह, राकेश जम्वाल, विनोद कुमार, पूर्ण चंद ठाकुर, सुरेश कुमार, जीत राम कटवाल, राजेश धर्माणी, केएल ठाकुर, विनय कुमार, कुलदीप सिंह राठौर, मलेद्र राजन, देवेंद्र कुमार भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल, यादविंद्र गोमा, पवन काजल, डाॅ. जनकराज, त्रिलोक जम्वाल, लोकेंद्र कुमार, भवानी सिंह पठानिया, दीपराज, विक्रम सिंह ठाकुर, विनोद सुल्तानपुरी, चैतन्य शर्मा, आशीष शर्मा, दलीप ठाकुर, चंद्रशेखर व रवि ठाकुर ने भी भाग लिया। इस सम्मेलन में पूरे भारत वर्ष से 3300 से भी अधिक जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन में पूर्व विधानसभा तथा विधानमंडल अध्यक्ष भी विशेष रूप से आमंत्रित थे। शुक्रवार को कार्यक्रम का शुभारंभ लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा किया गया। यह देश का पहला ऐसा महासम्मेलन है, जिसमें 3300 से ज्यादा जनप्रतिनिधियों ने एक मंच सांझा किया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि यह सम्मेलन एक गैर-राजनीतिक मंच है। इसका उद्देश्य विचारों का आदान-प्रदान करना, संवाद के जरिए एक-दूसरे को जानना, राजनीतिक विचार धारा से हटकर देश हित सर्वोपरि रखना, प्रभावशाली विधायक, प्रजातंत्र का विकास व लोकतंत्र को सशक्त करना शामिल है। पठानिया ने कहा कि हमारी विचारधारा भिन्न हो सकती है लेकिन देशहित तथा सशक्त लोकतंत्र का निर्माण सभी के लिए सर्वोपरि है। कार्यक्रम के प्रथम भाग में 30 राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों तथा विधान मंडल अध्यक्षों को सम्मानित किया गया। अध्यक्षों के सम्मान समारोह के दौरान कुलदीप सिंह पठानिया का सबसे पहले पूर्व लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा सम्मान किया गया। जोकि प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। महासम्मेलन में 50 सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
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