हिमाचल प्रदेश

हाईकोर्ट के 3 नए जज सोमवार को लेंगे पद व गोपनीयता की शपथ, राजभवन में होगा समारोह

Shantanu Roy
30 July 2023 9:12 AM GMT
हाईकोर्ट के 3 नए जज सोमवार को लेंगे पद व गोपनीयता की शपथ, राजभवन में होगा समारोह
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शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल 31 जुलाई को राजभवन में वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। शपथ समारोह सुबह सवा 9 बजे होगा। शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत वरिष्ठ अधिवक्ता रंजन शर्मा, बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
रंजन शर्मा
रंजन शर्मा का जन्म 21 अगस्त, 1968 को हुआ था। वह धर्मशाला, जिला कांगड़ा के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल धर्मशाला से पूरी की। इन्होंने रोहतक विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री स्वर्ण पदक के साथ उत्तीर्ण की। इन्हें दिसम्बर 1991 में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था। इन्हें मार्च 2019 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। इन्हें 2008 और 2018 में दो बार अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी कार्यभार दिया गया था। रंजन शर्मा ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में अभ्यास किया है।
बिपिन चंद्र नेगी
बिपिन चंद्र नेगी का जन्म ग्राम शौंग, तहसील सांगला, जिला किन्नौर में हुआ है और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला और दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरकेपुरम, नई दिल्ली से की। इसके बाद, इन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए अर्थशास्त्र (ऑनर्ज) और एचपी विश्वविद्यालय, शिमला से एलएलबी की डिग्री हासिल की। इन्हें वर्ष 1994 में एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था और वर्ष 2015 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। बिपिन चंद्र नेगी ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में अभ्यास किया है।
राकेश कैंथला
राकेश कैंथला का जन्म 23 मई, 1968 को शिमला में हुआ है और इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डीएवी स्कूल, लक्कड़ बाजार शिमला से की। राजकीय कालेज, संजौली, शिमला से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद इन्होंने 1991 में प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला एलएलबी की उपाधि हासिल की। वह 1991 में एक वकील के रूप में नामांकित हुए और कानून के विभिन्न क्षेत्रों में अभ्यास किया। राकेश कैंथला ने 1995 में हिमाचल न्यायिक सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वह 2010 में न्यायिक अधिकारियों की सीमित प्रतियोगी परीक्षा में फिर से प्रथम स्थान पर रहे और अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। इन्होंने हिमाचल प्रदेश में विभिन्न सिविल एवं सत्र प्रभाग में न्यायिक अधिकारी के रूप में कार्य किया है। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति से पहले राकेश कैंथला को जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मंडी लगाया गया था।
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