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हिमाचल प्रदेश
2 टी.बी. चैम्पियनों ने राज्यपाल से सांझा किए अनुभव, समाज को दिखाया आईना
Shantanu Roy
28 March 2023 9:18 AM GMT
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बड़ी खबर
धर्मशाला। धर्मशाला में टी.बी. उन्मूलन को लेकर बहुक्षेत्रीय सहभागिता पर आधारित कार्यशाला में अब भी जागरूकता की अलख जगाने की जरूरत सामने आई है। टी.बी. उन्मूलन को लेकर बहुक्षेत्रीय सहभागिता पर आधारित कार्यशाला कार्यक्रम में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने शिरकत की। कार्यशाला में 2 टी.बी. चैम्पियनों ने टी.बी. से ग्रसित होने के बाद उन्हें पेश आई चुनौतियों को लेकर अपने अनुभव राज्यपाल से सांझा किए। शाहपुर क्षेत्र की एक टी.बी. चैम्पियन ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि जब वह टी.बी. से ग्रसित हुई तो उसके ससुराल वालों ने उससे नाता ही तोड़ लिया और आज दिन ससुरालियों का कोई अता-पता नहीं है। हालांकि ऐसे स्थिति में उन्हें मायके पक्ष का सहारा मिला। इसके बाद उन्होंने टी.बी. से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। उन्होंने अपने विचार में कहा कि टी.बी. के प्रति अब भी समाज को जागरूक किए जाने की जरूरत है। दूसरी टी.बी. चैम्पियन नगरोटा बगवां क्षेत्र से शामिल हुई।
उन्होंने अपनी आपबीती में बताया कि उन्होंने 15 दिनों के लिए सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए एडमिट हुई तो कुछ डाक्टरों ने पूरा सहयोग दिया, लेकिन कुछ डाक्टरों ने अच्छा सहयोग नहीं दिया। उनका कहना था कि हालांकि दवाई से ज्यादा लोगों का व्यवहार उचित होना चाहिए। हालांकि इस दौरान मानसिक तौर पर भी परेशान रही और रिश्तेदार भी उनसे दूरी बनाई रखी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार बेशक 2025 तक टी.बी. उन्मूलन की तैयारी में है, लेकिन जो स्थिति वर्तमान में है, उसके हिसाब ये संभव नहीं है, क्योंकि हर वर्ग के लोगों को अभी तक पूरी जानकारी ही नहीं है। इस पर राज्यपाल ने संज्ञान लेते हुए डी.सी. कांगड़ा को उपरोक्त महिला के ससुराल पक्ष की तलाश की जाने और समाज को उनकी जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें भी उसकी रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए। साथ ही सी.एम.ओ. कांगड़ा को भी स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों से सुनिश्चित करवाएं कि सभी डाक्टर टी.बी. मरीजों का सहयोग करने के आदेश दिए।
टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम में चिंता जाहिर करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल में टी.बी. मुख्य मुद्दा होने के साथ-साथ देश में हिमाचल ड्रग्स के मामले में दूसरे जबकि पंजाब पहले स्थान पर है। इसलिए हमें टी.बी. के साथ-साथ ड्रग्स से भी लड़ाई लडऩी है, जिससे हम अपने भविष्य को बचा सकें। इसके उपरांत राज्यपाल ने जिला प्रशासन की ओर से टी.बी. रोगियों को फूड बास्केट और संवेदना किट वितरित की। इससे पहले, उन्होंने उपायुक्त कार्यालय से टी.बी. जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन कर विभाग द्वारा स्थापित फोटो बूथ में खिंचवाकर टी.बी. उन्मूलन की जागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर जिला टी.बी. अधिकारी डा. आर.के. सूद ने टी.बी. उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिले में की गई महत्वपूर्ण पहल एवं रणनीतिक योजना की जानकारी दी।
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Shantanu Roy
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