हिमाचल प्रदेश

ट्राॅली के नीचे दबने से 2 सुपरवाइजरों की मौत, निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना में दर्दनाक हादसा

Gulabi Jagat
21 Jun 2022 2:46 PM GMT
ट्राॅली के नीचे दबने से 2 सुपरवाइजरों की मौत, निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना में दर्दनाक हादसा
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2 सुपरवाइजरों की मौत
किन्नौर जिले में सतलुज नदी पर शौंगठंग में निर्माणाधीन 450 मैगावाट जलविद्युत परियोजना में ट्रॉली की हुक टूटने से ट्रॉली के नीचे दबने से 2 सुपरवाईजरों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान बिहारी लाल पुत्र कर्म चंद निवासी ननखरी तहसील रामपुर जिला शिमला व खूब राम पुत्र जवाहर लाल निवासी निरमंड जिला कुल्लू के रूप में हुई है। वहीं पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी अनुसार जिला के शौंगठोंग समीप एचपीपीसीएल जलविद्युत परियोजना के शरशाफ्ट में निर्माण का कार्य चला हुआ था तथा उक्त दोनों सुपरवाइजर अपनी टीम को कार्य के बारे में बताकर ट्रॉली से ऊपर आ रहे थे कि अचानक ट्रॉली की हुक टूट गई, जिससे उक्त दोनों सुपरवाइजर ट्रॉली के नीचे दब गए, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही कंपनी प्रबंधन व पुलिस मौके पर पहुंची तथा शवों को वहां से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ ले जाया गया। वहीं एचपीपीसीएल के वरिष्ठ प्रबंधक हेमराज ने बताया हादसे में मारे गए सुपरवाइजरों के परिजनों को नियमोनुसार राहत राशि दी गई है और घटना की जांच चली हुई है।
बता दें कि जिला मे जलविद्युत परियोजना में यह पहला हादसा नहीं है, जिसमें परियोजना के सुपरवाइजरों ने जान गंवाई हो, इससे पूर्व भी इसी वर्ष टिढोंग जलविद्युत परियोजना में भी ट्रॉली पर चट्टान गिरने से 3 मजदूरों ने अपनी जान गवाई थी और प्रशासन ने जांच कमेटी का गठन कर टिढोंग परियोजना के हादसे मे जांच शुरू की थी, लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई है। वहीं डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि एचपीपीसीएल जलविद्युत परियोजना के शरशाफ्ट में परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान 2 कर्मचारियों की मौत होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर मृतक के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी।
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