हिमाचल प्रदेश

एक घंटे के भीतर खेत से निकाली गई पनीरी को रोपना जरूरी, सात जुलाई तक लगाएं धान की बौनी किस्म

Gulabi Jagat
21 Jun 2023 10:25 AM GMT
एक घंटे के भीतर खेत से निकाली गई पनीरी को रोपना जरूरी, सात जुलाई तक लगाएं धान की बौनी किस्म
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पालमपुर: धान की लंबी व बौनी किस्मों की रोपाई का समय 15 जून से सात जुलाई तक तथा बासमती किस्मों की रोपाई का समय 20 जून से 30 जून तक रहेगा। धान की नर्सरी तैयार करने के लिए बीज को बैविस्टिन 2.5 ग्राम प्रति किलो ग्राम बीज की दर से उपचारित कर लें। तैयार नर्सरी को उखाडऩे से एक दिन पहले क्यारी में सिंचाई कर दें, ताकि जड़ों को नुकसान न हो। समय से रोपाई की जाने वाली किस्म को लाइन में 20 सेंटीमीटर तथा देर से रोपाई वाली किस्म को 15 सेंमी की दूरी पर, पौध की आपस में दूरी 15 सेंमी तथा गहराई तीन सेंमी रखें। एक स्थान पर 2-3 पौधे ही लगाएं। बासमती के लिए यह दूरी 15 सेंमी ही रखें। खराब पौध की जगह नई पौध 15 दिन बाद रोपाई करें। कृषि विवि के वैज्ञानिकों के अनुसार खरपतवार नियंत्रण के लिए रोपाई के चार-पांच दिन के अंदर मैचटी दानेदार पांच प्रतिशत 30 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर की दर से डालें।
ऐसे करें बिजाई
श्री-विधि से तैयार नर्सरी की रोपाई जून के दूसरे पखवाड़े में की जाती है। खेत से निकाली गई पनीरी की रोपाई एक घंटे के अंदर ही की जानी चाहिए। पनीरी की रोपाई इस प्रकार करें कि उसकी जड़ सीधी रहे। खेत में पानी हमेशा होना चाहिए। निचले पर्वतीय क्षेत्रों में मक्की की बुआई 15 जून से 30 जून तक कर लें। रेणुका, गिरिजा कम्पोजिट, सरताज, अर्ली कम्पोजिट, पार्वती, नवीन कम्पोजिट, हिम-123 और पॉप कार्न मक्की की अनुमोदित किस्में हैं। इसके अतिरिक्त संकर किस्में जैसे कंचन-517, पीएससीएल-3438, पीएससीएल-4640, कंचन-101, हिम 95 व 9572-ए भी लगा सकते हैं। लाइन में बीजाई करने पर 20 किलोग्राम बीज एक हेक्टेयर के लिए पर्याप्त होता है।
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