
हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है। गुरुवार को हरियाणा में कुछ स्थानों पर हल्की बिखराव वाली बारिश हुई।
हरियाणा में कई दिनों से बारिश की बिखराव वाली गतिविधियां दर्ज की जा रही है। इस कारण से लोगों को उमस व पसीने वाली गर्मी से दो-चार होना पड़ रहा है, मगर जल्द ही मध्य भारत से गुजर रही टर्फ रेखा के उत्तर की तरफ खिसकेगी, जिसके असर से प्रदेश में 9 से 11 जुलाई तक हल्की से भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान में देश के मैदानी राज्यों में पंजाब, राजस्थान और उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों मानसून गतिविधियों को दर्ज किया गया है, जिसकी वजह से यहां लगातार झमाझम बारिश हो रही है। मगर हरियाणा के केवल कुछ स्थानों पर ही बारिश की बिखराव वाली गतिविधियों को दर्ज किया गया है और अधिकतर स्थानों पर बारिश की गतिविधियां नदारद है।
संपूर्ण इलाके में तापमान में धीरे धीरे बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। साथ ही साथ पसीने और उमस भरी गर्मी से लोग परेशान है। मगर जल्द ही हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में मौसम करवट लेने की संभावनाएं बन रही है। फिलहाल एक चक्रवातीय परिसंचरण राजस्थान व पूर्वी पाकिस्तान पर बना हुआ है।
साथ ही एक टर्फ रेखा भारत के मध्य से हो कर गुजर रही है। कल से यह टर्फ रेखा थोड़ा उत्तर में स्थित होने की संभावनाएं बन रही है, जिसकी वजह से हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है। गुरुवार को हरियाणा में कुछ स्थानों पर हल्की बिखराव वाली बारिश हुई।
इस दौरान अधिकतम तापमान 35.0 से 40.9 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। आज भी हरियाणा के उत्तरी जिलों में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर व कुरुक्षेत्र में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी और शेष हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर बिखराव के रूप में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी।