हरियाणा

तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने के रुपये मांगे थे, रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया

Admin4
14 July 2022 11:21 AM GMT
तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने के रुपये मांगे थे, रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया
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विजिलेंस सोनीपत की टीम ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। DRO कार्यालय के लिपिक की तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने के लिए रुपये मांगे थे।

हरियाणा के सोनीपत में डीसी कार्यालय के अधीक्षक को सोनीपत विजिलेंस की टीम ने बुधवार शाम 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह जिला राजस्व अधिकारी (डीआरओ) कार्यालय के लिपिक की तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने की एवज में 30 हजार रुपये ले रहा था। 10 हजार रुपये पहले ही दिए जा चुके हैं। डीएसपी के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे वीरवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर देने की मांग की जाएगी।

डीआरओ कार्यालय में नियुक्त क्लर्क गन्नौर के गांधी नगर निवासी जितेंद्र ने सोनीपत विजिलेंस की टीम को शिकायत दी थी कि डीसी कार्यालय में नियुक्त अधीक्षक वेदप्रकाश उसकी तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने की एवज में 30 हजार रुपये मांग रहा है। उसका तबादला सोनीपत डीआरओ कार्यालय से गन्नौर एसडीएम कार्यालय में होना था।

उसने बताया था कि उसकी तबादला फाइल अधीक्षक के पास पहुंची हुई है। जितेंद्र ने टीम को बताया कि उसने 10 हजार रुपये मंगलवार को दे दिए थे। जितेंद्र की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके बाद डीएसपी जयपाल सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

जितेंद्र ने बुधवार शाम को अधीक्षक वेद प्रकाश को 20 हजार रुपये दे दिए। उसने रुपये देने के बाद विजिलेंस की टीम को इशारा कर दिया। विजिलेंस की टीम ने आरोपी को दबोच लिया। वेद प्रकाश के पास से विजिलेंस द्वारा मजिस्ट्रेट से सत्यापित कराए गए 20 हजार रुपये के नोट बरामद कर लिए गए। उसको गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। टीम में इंस्पेक्टर कविता, एएसआई विपेंद्र और एएसआई जगजीत शामिल रहे।

जाली पदोन्नति पत्र को लेकर भी चर्चा में रहे अधीक्षक

डीसी कार्यालय के अधीक्षक वेदप्रकाश पिछले साल अपनी पदोन्नति के आदेश को लेकर भी चर्चा में आए थे। डीसी कार्यालय को पंचकूला मुख्यालय से एक पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें वेद प्रकाश को तहसीलदार के पद पर पदोन्नत करने की जानकारी देने के साथ ही उनका ट्रांसफर कर दिया गया था। उसके आदेश पर वेद प्रकाश ने खुद को रिलीव करा लिया था, लेकिन तहसीलदार के पद पर नियुक्ति नहीं हो सकी थी। इसी दौरान जानकारी मिली कि वह पत्र फर्जी था। हालांकि वेद प्रकाश का आरोप था कि किसी अन्य व्यक्ति ने उनका फर्जी पदोन्नति पत्र जारी करा दिया।

डीसी कार्यालय के अधीक्षक के रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। उसके आधार पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में कार्रवाई के दौरान आरोपी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे वीरवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर देने की मांग की जाएगी

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